गौरतलब है कि गत् 25 मई को भैयाथान पुलिस को मेन्टल हॉस्पिटल त्रिवेन्द्रम केरल से सूचना दी गई कि ग्राम घोंसा की एक महिला जो अपना नाम संध्या पाण्डेय बताती है, उसका मेंटल हास्पिटल में उपचार चल रहा है। उक्त सूचना पर भैयाथान थाना प्रभारी ए. टोप्पो द्वारा ग्राम घोंसा में स्टाफ भेजकर पतासाजी कराने पर जानकारी प्राप्त हुई कि संध्या पाण्डेय नाम की कोई महिला गांव में नहीं है।
पुलिस अधीक्षक जीएस जायसवाल के निर्देशन, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मेघा टेंभुरकर एवं एसडीओपी सूरजपुर मनोज धु्रव के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी ए टोप्पो ने थाने में पदस्थ आरक्षक दीपक यादव एवं हितेश्वर राजवाड़े को आवश्यक दस्तावेज सहित उक्त महिला के पुत्र आकाश एवं पड़ोसी त्रिलोक सिंह के साथ मेन्टल हॉस्पिटल त्रिवेन्द्रम केरल रवाना किया।
अद्र्धविक्षिप्त हालत में मिली थी महिला
त्रिवेन्द्रम मेंटल हास्पिटल के चिकित्सकों ने बताया कि विगत् 3 वर्ष पूर्व त्रिवेन्द्रम पुलिस पेट्रोलिंग पार्टी द्वारा अद्र्वविक्षिप्त हालत में महिला को लाया गया था, न्यायालयीन आदेश पर इसका उपचार किया जा रहा था। इस दौरान जानकारी मिली थी कि त्रिवेन्द्रम पुलिस को यह महिला रेलवे स्टेशन में विक्षिप्त हालत में मिली थी।
पति की मौत के बाद सदमे में थी महिला
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मेघा टेंभुरकर ने बताया कि हिरोंदिया बाई के पति की मृत्यु के बाद करीब 15 वर्ष पूर्व हिरोंदिया बाई का मानसिक संतुलन बिगड़ जाने के कारण गांव से अन्यत्र कहीं चली गई थी। इसकी सूचना परिजन द्वारा पुलिस को नहीं दी गई थी, 15 वर्ष से गायब महिला की सूचना मिलने पर पुलिस ने सक्रियता दिखाई और अपनी सूझ-बूझ से आवश्यक कार्रवाई कर गायब महिला हिरोंदिया बाई को त्रिवेन्द्रम केरल से सकुशल लेकर भैयाथान पहुंची। पुलिस के इस पहल की परिजन सहित गांव वालों ने काफी सराहना की है।
पुत्र ने देखते ही पहचान लिया
15 वर्ष पूर्व अपनी मां से बिछड़े बड़े पुत्र आकाश सिंह ने त्रिवेन्द्रम पहुंचकर जब मां हिरोंदिया बाई को देखा तो आकाश ने अपनी मां को तुरंत पहचान लिया। पहले तो उसने अपनी मां को गले से लगाया और फिर खुशी से दोनों की आंखों से आंसू निकल पड़े। साथ में गए आरक्षक दीपक यादव एवं हितेश्वर राजवाड़े भी यह सुखद पल को देख खुद को नहीं रोक पाये और उनकी आंखें भी भर आईं।