प्रतापपुर विकासखंड अंतर्गत ग्राम पंचायत खोरमा, करन्जवार, अमनदोन और बरौल के सरपंचों और ग्रामीणों ने 7 अक्टूबर को हल्का नम्बर 21 में नये पटवारी की पदस्थापना को लेकर विरोध किया था। उनका कहना था कि हल्का नंबर 21 के नवपदस्थ पटवारी वासुदेव का पिछला कार्यकाल ठीक नहीं रहा है।
वह इस क्षेत्र में रहा है और उससे सभी ग्रामीण वासी नाराज थे।उसे यहां पदस्थ न करें, इसके बाद भी उसकी पदस्थापना हल्का नंबर 21 में कर दी गई है। इसके बाद शनिवार को पुन: सभी पंचायतों के ग्रामीणों ने नवपदस्थ पटवारी वासुदेव पर गंभीर आरोप लगाते हुए एसडीएम कार्यालय में ज्ञापन दिया।
ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि यह पटवारी जिस हल्का में रहता है, वहां अपने रिश्तेदारों के नाम जमीन खरीद कर प्लाटिंग करके बेचता है। वह जमीन बिचौलिये का काम करता है। साथ ही ग्रामीणों को अनावश्यक रूप से परेशान करता है। वहीं ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि उक्त पटवारी की अधिकारियों से भी मिलीभगत है, इसलिए अधिकारियों द्वारा उक्त पटवारी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है।
ग्रामीणों ने कहा है कि अगर पटवारी को नहीं हटाया गया तो वे अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल (Hunger strike) पर चले जाएंगे। इस संबंध में एसडीएम सीएस पैंकरा ने कहा कि मुझे जानकारी मिली है, जांच कर उचित कार्रवाई की जाएगी।
राजस्व के कुछ कर्मचारी जमीन के काम में सक्रिय
प्रतापपुर क्षेत्र में अभी कोयले के नए खदान (Coal mines) खुल रहे हैं, जिसमे ग्रामीणों को भू अधिग्रहण के बदले मोटी रकम मिल रही है। इसकी वजह से ग्रामीण प्रतापपुर क्षेत्र में ऊंचे दाम में जमीन खरीद रहे हैं, इसकी वजह से यहां जमीन का भाव भी काफी बढ़ गया है। इसकी वजह से जमीन बिचौलिए सक्रिय हो गए हैं। राजस्व विभाग के कुछ कर्मचारी भी जमीन की खरीद-बिक्री के काम में लग गए हैं।