भगवान जगन्नाथ के रथ पर सवार होते ही भक्तों ने जयकारे लगाए
बाहड़ा में शामिल होने के लिए गुलमोहर में लोगों का तांता लग गया। भगवान जगन्नाथ के रथ पर सवार होते ही भक्तों ने जयकारे लगाए। रथ गुलमोहर से प्रमुख विहार, शहीद चौक, टोकरखाड़ा बालदेवी होते हुए शाम को मंदिर पहुंच गया है। भगवान के वापस लौटते समय उपस्थित श्रद्धालुओं ने जमकर नृत्य किया। भगवान के दर्शनों के लिए सडक़ किनारे श्रद्धालुओं की भीड़ देखी गई। बाहड़ा में हिस्सा लेने के लिए सामरवरणी, दादरा, मसाट, नरोली, रखोली, खानवेल से भी श्रद्धालु पहुंचे। जगन्नाथ सेवा समति के प्रमुख अशोक पटेल ने बताया कि शनिवार को विधि विधान के बाद भगवान का प्रवेश और मंगल पारणा होगा। दिन में बालभोग, मध्यान्ह शयन के बाद रात को उद्यापन होगा। मंदिर पहुंचने पर बड़ी संख्या में लोगों ने दर्शन किए एवं प्रदेश में खुशहाली की कामना की।
बाहड़ा में शामिल होने के लिए गुलमोहर में लोगों का तांता लग गया। भगवान जगन्नाथ के रथ पर सवार होते ही भक्तों ने जयकारे लगाए। रथ गुलमोहर से प्रमुख विहार, शहीद चौक, टोकरखाड़ा बालदेवी होते हुए शाम को मंदिर पहुंच गया है। भगवान के वापस लौटते समय उपस्थित श्रद्धालुओं ने जमकर नृत्य किया। भगवान के दर्शनों के लिए सडक़ किनारे श्रद्धालुओं की भीड़ देखी गई। बाहड़ा में हिस्सा लेने के लिए सामरवरणी, दादरा, मसाट, नरोली, रखोली, खानवेल से भी श्रद्धालु पहुंचे। जगन्नाथ सेवा समति के प्रमुख अशोक पटेल ने बताया कि शनिवार को विधि विधान के बाद भगवान का प्रवेश और मंगल पारणा होगा। दिन में बालभोग, मध्यान्ह शयन के बाद रात को उद्यापन होगा। मंदिर पहुंचने पर बड़ी संख्या में लोगों ने दर्शन किए एवं प्रदेश में खुशहाली की कामना की।