सूरत कमिश्नरेट के सीआइटी-3 में वराछा और कतारगाम क्षेत्र आते हैं, जो हीरा उद्योग का केन्द्र हैं। इस बार यहां आयकर विभाग का कलेक्शन पिछले साल से 35 प्रतिशत कम चल रहा है। वर्तमान वित्तीय वर्ष में सीआइटी-3 को 650 करोड़ रुपए का लक्ष्य दिया गया है। इसके मुकाबले विभाग ने 230.6 करोड़ रुपए वसूल किए हैं। बाकी 329 करोड़ रुपए शेष 13 दिन में वसूल करने हैं। बताया जा रहा है कि सीआइटी-3 के क्षेत्र में अब तक ज्यादातर आय कैपिटल गेन टैक्स, रियल एस्टेट और हीरा उद्यमियों से होती थी। इस साल मंदी के कारण बुरा असर पड़ा है। इसके अलावा पिछले साल सरकार की आइडीएस योजना में 110 करोड़ रुपए आए थे। सीआइटी-3 में अब तक 260 करोड़ रुपए का रिफंड दिया गया है, जो पिछले साल 177 करोड़ रुपए था। आयकर अधिकारियों का कहना है कि इन सब के साथ सबसे महत्वपूर्ण कारण यह भी है कि इस साल पिछले साल की अपेक्षा सर्वे और सर्च की कार्रवाई कम की गई।