अमित शाह ने रविवार को नवसारी के टाटा हॉल में वलसाड, नवसारी, डंाग जिले के कार्यकर्ताओं को विधानसभा चुनाव जीतने का मंत्र दिया। यहां तीनों जिले के प्रमुख, महामंत्री, संगठन पदाधिकारी, मंडल प्रमुख, जिला और तालुका पंचायत प्रमुख, बोर्ड और निगमों के चैयरमैन एवं शक्ति केन्द्र के प्रमुखों को चुनाव जीत हासिल करने का तरीका बताया गया। शाह ने कहा कि यहां अनुभवी कार्यकर्ता मौजूद हैं, उन्हें मार्गदर्शन देने की जरूरत नहीं है, भाजपा कार्यकर्ता पूरी तरह समर्पित हैं। उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव में पार्टी की जीत सुनिश्चित है, लेकिन कार्यकर्ताओं एवं पदाधिकारियों को 150 प्लस के लक्ष्य को पूरा करने के उद्देश्य से चुनाव मैदान में उतरना है।
उन्होंने इस विजय के साथ ही प्रदेश से कांग्रेस को जड़ से खत्म करने का आह्वान किया। शाह ने कांग्रेस को विचित्र पार्टी बताते हुए कहा कि राहुल गांधी के नेतृत्व में 2014 के बाद से 18 चुनाव हारने के बाद भी उनके प्रति मोह नहीं छूट रहा है। उन्होंने राहुल पर आरोप लगाया कि गुजरात के युवाओं को गुमराह करने की बजाय उन्हें अमेठी के युवाओं की चिंता करनी चाहिए। गुजरात के विकास का उपहास करने वाले राहुल परिवार ने 60 साल में अमेठी में कलक्टर कार्यालय, पब्लिक हेल्थ सेंटर तक नहीं बनवाया। गुजरात की जनता कांग्रेस को अच्छी तरह पहचान गई है। उन्होंने कार्यकर्ताओं से 1995 से लेकर 2017 तक की विकास गाथा को जनता के बीच ले जाने का आह्वान किया। करीब तीन घंटे चली बैठक में उन्होंने लगभग 12०० कार्यकर्ताओं से सीधा संवाद किया।
इस संयुक्त बैठक में पार्टी के ओर से चुनाव प्रभारी बनाए गए भूपेन्द्र यादव, वी.सतीश, पूर्व मंत्री मंगू पटेल, नवसारी सांसद सी.आर. पाटिल, मंत्री गणपत वसावा, वलसाड सांसद के.सी. पटेल, नवसारी विधायक आर.सी. पटेल, नवसारी विधायक पीयूष देसाई मौजूद थे। कार्यक्रम शुरू होने के दस मिनट बाद ही पत्रकारों को बाहर कर बंद हॉल में अमित शाह ने कार्यकर्ताओं को चुनावी मार्गदर्शन दिया।
सुबह-शाम शक्ति केन्द्र जनसंपर्क का निर्देश
अमित शाह ने तीनों जिले के कार्यकर्ताओं की संयुक्त बैठक में चुनाव संबंधी कई दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने जिला पदाधिकारियों को रोजाना सुबह-शाम शक्ति केन्द्र पर जाकर संपर्क अभियान चलाने, पार्टी स्तर पर हमेशा जुड़े रहने के लिए ऑनलाइन संपर्क रखने, गांवों में हर घर में पार्टी का पत्रक पहुंचाने, मंडल और विधानसभा स्तर पर परिवार, कल्याण आश्रम, संत समाज, सामाजिक संस्थाएं, आंगनबाड़ी और विविध योजनाओं के लाभार्थियों की सूची बनाने, पार्टी की विचारधारा वाले समाज के प्रमुखों एवं अग्रणियों से संपर्क करने, शक्ति केन्द्र प्रमुखों को कम से कम दो बूथों पर स्वयं संपर्क करने तथा संघ परिवार के साथ समन्वय रखने समेत कई महत्वपूर्ण निर्देशों पर अमल करने को कहा।