बुनाटपाड़ा गांव के लोगों ने बताया कि गांव की सीमा में रेल लाइन से सटकर कई मीटर तक मिट्टी का खनन किया गया था। भारी बरसात में चार फीट से ज्यादा तक पानी भर गया था। इसमें लोगों को पानी में उतरकर आना-जाना पड़ता था। ग्रामीणों के अनुुसार शिकायत करने पर शुरू में तहसीलदार, टीडीओ समेत अन्य अधिकारियों ने यहां आकर जायजा भी लिया था, लेकिन उसके बाद कुछ नहीं किया। इससे लोगों ने अपने लिए खुद ही रास्ता बनाने का निर्णय किया और दो दिन में पानी में आने-जाने का रास्ता तैयार कर लिया।