वलसाड के हालर स्थित एचडीएफसी बैंक के डिप्टी मैनेजर पर 57 लाख के गबन का आरोपउक्त रुपए अपनी पत्नी और बेेटे के खाते में जमा करवाएबैंक मैनेजर गौरव ने सिटी थाने में विनय के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करवाई
वलसाड. वलसाड के हालर स्थित एचडीएफसी बैंक के डिप्टी मैनेजर विनय अशोक मेरई निवासी धरमपुर के खिलाफ बैंक की नकली सीओडी सर्टिफिके ट बनाकर बैंक के 57 लाख रुपए से ज्यादा के गबन का मामला सिटी थाने में दर्ज करवाया गया है। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि उसने यह सारे रुपए अपनी पत्नी और बेटे के खाते में जमा करवाए थे।
फर्जी एफडी सर्टिफिकेट (सीओडी) बनाकर दिया पुलिस के अनुसार विनय ने अपने बैंक के खातेदारों को फर्जी एफडी सर्टिफिकेट (सीओडी) बनाकर दिया और उनके 57 लाख 49 हजार 305 रुपए गबन कर दिया। गत दिनों बैंक में एफडी करवाने वाले प्रवीण नटवरलाल अहीर ने पहुंचकर एफडी पर लोन लेने की बात मैनेजर गौरव जयंती लाल से की। जब मैनेजर ने सर्टिफिकेट देखा तो उसे इसके नकली होने की शंका हुई। इसकी तुरंत जांच करवाई तो वह बैंक के सर्टिफिकेट से मेल नहीं हुई। जब उन्होंने प्रवीण से पूछा तो उसने बताया कि बैंक के डिप्टी मैनेजर विनय के पास से उसने कुल 23 लाख की एफडी करवाई है। मैनेजर ने विनय को बुलाकर पूछा तो उसने इसे मान लिया और बताया कि यह रकम उसने अपने परिवार वालों के खाते में जमा कर दी। उसने कहा कि 13 सितंबर तक वह पूरे रुपए जमा करवा देगा। लेकिन जब उसने रुपए जमा नहीं करवाए तो बैंक मैनेजर गौरव ने सिटी थाने में विनय के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करवाई। बैंक मैनेजर ने बताया कि 2012 से विनय बैंक में डिप्टी मैनेजर है और उस समय से लेकर 13 सितंबर तक उसके द्वारा किए गए सारे घपले की रिपोर्ट दर्ज करवाई गई है। उसने कई लोगों के रुपए गबन किए हैं।