scriptगणेश उत्सव की तैयारियां जोरो पर, सजने लगे पंडाल | Preparations for Ganesh Utsav, decorating pandals | Patrika News
सूरत

गणेश उत्सव की तैयारियां जोरो पर, सजने लगे पंडाल

पूजा-अर्चना से लेकर सजावट की सामग्री से बाजार रोशन

सूरतSep 07, 2018 / 10:08 pm

Sandip Kumar N Pateel

patrika

गणेश उत्सव की तैयारियां जोरो पर, सजने लगे पंडाल

सिलवासा.13 सितम्बर से आरम्भ हो रहे गणेश उत्सव को लेकर श्रीजी के भक्त उत्साहित है और उनके आगमन समेत दस दिनों श्रीजी की पूजा-अर्चना की तैयारियों में जुट गए है। पंडाल बनाने से लेकर जरूरी सामान की खरीदी शुरू हो गई है।

गणेश उत्सव को लेकर दानह में बड़ा उत्साह देखने मिलता है। करीब एक हजार से अधिक पंडाल शहर में इन दिनों तैयार हो रहे है। इसके अलावा आवासीय कॉलोनी और सोसायटियों में भी गणपति की स्थापना की तैयारियां जोरों पर है। शहर के पिपरिया, आमली, टोकरखाड़ा, बस्ता फलिया, 66 केवी, चाणददेवी, डोकमर्डी, उलटन फलिया, इन्दिरा नगर, पातलिया फलिया, भुरकुड फलिया, बाविसा फलिया, पंचायत मार्केट में बड़े आयोजन किए गए है। गणेशोत्सव के दौरान पंडालों में रात को विभिन्न धार्मिक कार्यक्रम आयोजन भी आयोजकों की ओर से किया गया है। सिद्धिविनायक मंडल ने कार्यक्रम के लिए मुंबई के कलाकारों को आमंत्रित किया है। दानु उद्योग से पिपरिया उद्योग विस्तार के 500 मीटर दूरी तक रोशनी लगाई जा रही है। पंडाल में श्रद्धालुओं के पूजन एवं बैठने की व्यवस्था की जा रही है। आमली गायत्री मंदिर, 66 केवी, आमली मैदान, आईटीआई रोड़, बसेरा रोड़ की बस्तियों में गणपति के बड़े पंडाल तैयार हो रहे हैं। इन पंडालों में दर्शन एवं पूजा के लिए श्रीजी की अलग अलग मुर्तियां स्थापित की जाएंगी।
इसके अलावा मसाट, रखोली, खडोली, खानवेल तक सभी गांवों में गणेशोत्सव के लिए पंडाल तैयार हो रहे हैं। दूर दराज के आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र दुधनी, बिलदरी, कौंचा, सिंदोनी, मांदोनी में भी गणेश पूजा की जाती है। अधिकांश जगह आदिवासी एक से पांच दिन गणेश पूजा करते हैं।
छात्रवृत्ति के आवेदन शुरू


सिलवासा. शिक्षा विभाग ने विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति के आवेदन मांगे हैं। आवेदन के लिए स्नातक व ओबीसी की 20 सितम्बर तथा अनुसचित जनजाति विद्यार्थियों के आवेदन भरने की 15 सितम्बर अंतिम तिथि रखी गई है। अंतिम तिथि के बाद आवेदन स्वीकार नहीं किए जाएंगे। प्रदेश में प्रशासन द्वारा माध्यमिक, उच्च माध्यमिक एवं उच्च शिक्षा की अलग अलग छात्रवृति दी जाती है। आवेदन के साथ मूल निवास और शिक्षा संस्थान का प्रमाण पत्र देना आवश्यक है। आवेदन जमा करने के लिए शिक्षा विभाग ने अलग से दो कर्मचारियों की नियुक्ति की है।

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो