साधु-सन्यासी एक दिन पहले
भाद्रपद कृष्ण पक्ष अष्टमी तिथि मंगलवार से प्रारम्भ होगी और साधु-सन्यासी व उनके अनुयायी जन्माष्टमी पर्व इसी दिन मना लेंगे। वहीं, उदिया तिथि से वैष्णव संप्रदाय के अनुयायी 12 अगस्त को मनाएंगे। रोहिणी नक्षत्र की शुरुआत भी 12 अगस्त की मध्यरात्रि के बाद से होगी।
स्वामी विजयानंद महाराज, महंत, श्रीदक्षिणाभिमुखी शनि-हनुमान मंदिर, आश्रम।