सूरत. पूर्व में प्रस्तावित एक माह की मिल बन्दी का निर्णय मौजूदा व्यापारिक हालात को देख साउथ गुजरात टेक्सटाइल प्रोसेसर्स एसोसिएशन ने फिलहाल टाल दिया है। अब इस मामले में कोई नया निर्णय आगामी 15 नवम्बर को एसोसिएशन की बैठक में लिया जाएगा। वहीं, सूरत कप?ा मंडी के व्यापारिक संगठनों की मिल मालिकों के जॉब चार्ज व्रद्धि, प्रिंटिंग-डाइंग मास्टर पर जिम्मेदारी डालने की नीति पर जताई आपत्ति को भी प्रोसेसर्स एसोसिएशन ने नकारा है। सूरत कप?ा मंडी में प्रोसेसर्स और ट्रेडर्स के बीच पिछले काफी समय से जॉब चार्ज में ब?ोतरी के मामले तनातनी बनी हुई थी। रविवार को इस सिलसिले में व्यापारिक संगठनों की बैठक में जॉब चार्ज में ब?ोतरी, मास्टर पर जिम्मेदारी डालने आदि के मामलों में आपत्ति जताई गई। इस सम्बंध में साउथ गुजरात टेक्सटाइल प्रोसेसर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष जीतू वखारिया ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कोयले की कीमत लगातार ब? रही है और ऐसा ही हाल कलर-केमिकल का भी है। ऐसे में जॉब चार्ज ब?ाने के सिवाय कोई विकल्प बचता नही है। मास्टर के मिल छो?कर जाने के बाद वाले मामलों में बातचीत से ही निर्णय किया जाता है। वहीं एक माह की मिल बन्दी का निर्णय फिलहाल मौजूदा व्यापारिक हालात के मद्देनजर स्थगित रखा गया है। अब 15 नवम्बर को प्रोसेसर्स एसोसिएशन की बैठक होगी और उसमें आगे के लिए तय किया जाएगा। सचिन टेक्सटाइल प्रोसेसर्स वेलफेयर एसोसिएशन के प्रमुख विनोद अग्रवाल ने भी मौजूदा स्थिति में कोयला, कलर-केमिकल के लगातार ब?ते दाम पर चिंता जताई और कप?ा इंडस्ट्री को सभी के मिल-जुलकर चलाने की बात कही।
-शिवाजी गार्डन में व्यापार प्रगति संघ की बैठक आयोजित
सूरत कपड़ा मंडी के एक अन्य व्यापारिक संगठन व्यापार प्रगति संघ की साप्ताहिक व्यापारिक बैठक रविवार सुबह घोड़दौडऱोड स्थित शिवाजी गार्डन में आयोजित की गई। बैठक की जानकारी में व्यापार प्रगति संघ के संयोजक संजय जगनानी निचली कपड़ा मंडियों में सूरत कपड़ा मंडी के व्यापारियों का करोड़ों रुपया लम्बे समय से बाकी है और उक्त रकम की कपड़ा कारोबार के लिए बेहद जरूरत है। ऐसी स्थिति में लम्बे समय से अटकी रकम को व्यापारिक संगठन, वकील के माध्यम से और मंडी में जाकर व्यापारी से तकादे के साथ लाना जरूरी हो गया है। बैठक के दौरान कुछ व्यापारियों की अन्य मंडियों के व्यापारियों में अटकी रकम को लाने के प्रयास भी मोबाइल के जरिए किए गए। बैठक में बसंत माहेश्वरी, अमित तापडिय़ा, शिवरतन जगनानी, अरविंद गाडिया, हरि जोशी, राजेश अग्रवाल, सुभाष जैन, सुनील अग्रवाल आदि कपड़ा व्यापारी मौजूद थे।