पुलिस के मुताबिक लिम्बायत निवासी समीर उर्फ डम्मर, अकरम शाह, नाजिम शाह, कादिर शाह, नत्थू शाह, फत्तू शाह, सलमान मर्घी, गफ्फार शाह और ममा उर्फ मोहम्मद हुसैन ने लिम्बायत शाहपुरा निवासी गुफरान चिराग मंसूरी (25) की हत्या कर दी। ए ग्रेड के नाम से सिरामिक टाइल्स का कारोबार करने वाले गुफरान और उसके भागीदारों का टैम्पो पार्किंग को लेकर चार महीने पहले समीर, अकरम और नाजिम के साथ विवाद हुआ था। दोनों पक्षों के बीच बाद में समझौता हो गया था। तब से यह लोग गुफरान से समझौते के रुपए की मांग कर रहे थे, लेकिन वह रुपए नहीं दे रहा था। मंगलवार मध्यरात्रि करीब पौने बारह बजे गुफरान अपने मित्र सद्दाम के साथ घर के निकट एक किराना स्टोर के पास बैठा हुआ था। तलवार, हॉकी, डंडे, सरिए आदि लेकर आए हमलावरों ने घेर कर उस पर हमला कर दिया। सद्दाम ने बीच-बचाव की कोशिश की तो उसे भी पीटा गया। सिर, पेट और शरीर पर कई वार लगने से गुफरान गंभीर रूप से घायल हो गया। हमले के बाद सभी आरोपी वहां से भाग निकले। गुफरान को १०८ एम्बुलेंस से पहले स्मीमेर अस्पताल ले जाया गया, फिर खटोदरा क्षेत्र के एक निजी अस्पताल में स्थानांतरित किया गया। वहां उसकी मौत हो गई। गुफरान के मौसेरे भाई अजीज उर्फ अनु बदर ने आरोपियों के खिलाफ लिम्बायत थाने में प्राथमिकी दर्ज करवाई है। पुलिस सूत्रों का कहना है कि छह आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है, शेष तीन की खोज जारी है।
अस्पताल में हंगामा, कोताही का आरोप
गुफरान की मौत के बाद खटोदरा के निजी अस्पताल के बाहर बुधवार सुबह बड़ी संख्या में परिजन और क्षेत्र के लोग जमा हो गए। उन्होंने लिम्बायत पुलिस पर कोताही का आरोप लगाते हुए थाना प्रभारी पर कार्रवाई की मांग की तथा कार्रवाई नहीं होने तक पोस्टमार्टम करवाने और शव स्वीकार करने से इनकार कर दिया। अस्पताल के बाहर पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की गई। खबर मिलते ही खटोदरा पुलिस मौके पर पहुंच गई। आलाधिकारियों की समझाइश और मामले की जांच उधना थाना प्रभारी चेतन जाधव को सौंपे जाने के बाद परिजन पोस्टमार्टम करवाने और शव स्वीकार करने के लिए तैयार हुए।
गुफरान की मौत के बाद खटोदरा के निजी अस्पताल के बाहर बुधवार सुबह बड़ी संख्या में परिजन और क्षेत्र के लोग जमा हो गए। उन्होंने लिम्बायत पुलिस पर कोताही का आरोप लगाते हुए थाना प्रभारी पर कार्रवाई की मांग की तथा कार्रवाई नहीं होने तक पोस्टमार्टम करवाने और शव स्वीकार करने से इनकार कर दिया। अस्पताल के बाहर पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की गई। खबर मिलते ही खटोदरा पुलिस मौके पर पहुंच गई। आलाधिकारियों की समझाइश और मामले की जांच उधना थाना प्रभारी चेतन जाधव को सौंपे जाने के बाद परिजन पोस्टमार्टम करवाने और शव स्वीकार करने के लिए तैयार हुए।
फोन पर दे रहे थे धमकियां
परिजनों ने बताया कि आरोपी क्षेत्र के रसूखदार संगम बैंड परिवार से ताल्लुक रखते है। उनका क्षेत्र में दबदबा है। वह कुछ समय से गुफरान को फोन पर जान से मारने की धमकियां दे रहे थे। गुफरान ने लिम्बायत थाने और शहर पुलिस आयुक्त कार्यालय में शिकायत देकर उस पर हमले की आशंका व्यक्त की थी, लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की।