जानकारी के अनुसार सूरत जिला एलसीबी और पेरोल फर्लो की टीम शुक्रवार रात को गश्त पर थी, तभी मुखबिर से सूचना मिली कि नरेश कलेश और जेराम बामणीया अपने साथियों के साथ बाइक चोरी कर मध्यप्रदेश में बेचते हैं। मुखबिर ने यह भी बताया कि दोनों जने दो बाइक बेचने के लिए जाने वाले हैं। इसी सूचना के आधार पर पुलिस ने कामरेज क्षेत्र मे अलग-अलग जगह पर निगरानी रखी थी। बताए गए दोनों लोगों को आते ही पुलिस ने पकड़ लिया। उनके पास मिली बाइक चोरी की थी, जिसके बाद उनसे पूछताछ शुरू की गई।
पुलिस पूछताछ में उन्होंने बताया कि गैंग का सरदार नजरिया तोमर और अन्य साथियों के साथ सूरत शहर, जिला और नवसारी जिला में अलग-अलग जगह पर मजदूरी करने के लिए जाते थे। वहां से रात को बाइक चोरी कर उसे मध्यप्रदेश में बेच देते हैं। कुछ बाइक उन्होंने अपने घर में भी छिपा रखी हैं। पुलिस ने दोनों को साथ लेकर बताई जगह पर छापेमारी की तो चोरी की 30 बाइक बरामद कीं। इस मामले में पुलिस ने नजरिया तोमर, दिनेश मसानिया, सुनील तोमर और कादू चौहाण को वांछित घोषित किया है।