संक्रामक रोगों से बचाव ही पहला इलाज है। कोरोना संक्रमण के साए में रह रहे लोगों के लिए यह मूलमंत्र समझना बेहद जरूरी है। व्यवहार में बदलाव किए बगैर कोरोना को हरा पाना बेहद मुश्किल है। मौजूदा वक्त में लोगों को अपनी आदतों में बदलाव लाना होगा। कोविड कमांडो के रूप में मनपा से जुड़े वालंटियर कोरोना योद्धा समिति के तहत अपनी सेवाएं दे रहे हैं। समिति के समन्वयक महापौर डॉ. जगदीश पटेल रोजाना स्मीमेर अस्पताल में अपनी सेवाएं दे रहे हैं, तो समिति के अन्य सदस्य स्लम इलाकों में जाकर लोगों को कोरोना के संक्रमण से बचने के उपाय सुझा रहे हैं। साथ ही स्वच्छता पर विशेष ध्यान देने की जरूरत बताते हुए आदतों में और व्यवहार में बदलाव की जरूरत बता रहे हैं।
इसलिए करना होगा बदलाव विश्व स्वास्थ्य संगठन कोरोना से बचाव के लिए साबुन से बार-बार हाथ धोने की सलाह दे रहा है। विशेषज्ञों का मानना है कि साबुन से बार-बार हाथ धोने से संक्रमण को दूर रखा जा सकता है। साथ ही हाथों को बार-बार चेहरे पर लाने और आंख व नाक से दूर रखने की सलाह भी दी जा रही है। बार-बार हाथ धोने से बचना और हाथ को चेहरे से दूर न रख पाना आम आदमी के व्यवहार का हिस्सा बन गया है। समिति सदस्य लोगों के बीच जाकर व्यवहार में इसी बदलाव की सीख दे रहे हैं।
दे रहे आयुष के टिप्स और होम्योपैथी की दवा कोरोना संक्रमण से बचाव में किसी भी व्यक्ति की इम्युनिटी का बहुत बड़ा रोल है। इसीलिए आयुष मंत्रालय ने गाइडलाइन जारी कर लोगों को अपनी इम्युनिटी बढ़ाने के लिए आयुर्वेदिक फार्मूलों और होम्योपैथी दवा को सहायक बताया है। समिति सदस्य लोगों के बीच जाकर उन्हें सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क और अन्य सावधानियां बरतने के साथ ही आयुष के टिप्स भी लोगों को बता रहे हैं। इसके अलावा इम्युनिटी बढ़ाने में कारगर होम्योपैथी की दवा आर्सेनिक अल्बम 30 का भी वितरण किया जा रहा है।