https://twitter.com/awasthis/status/1260973105209466880?s=20 https://www.patrika.com/noida-news/labor-migrating-towards-their-hometown-6098740/ https://www.patrika.com/miscellenous-india/18-people-were-traveling-in-a-concrete-mixer-tank-in-indore-mp-6059881/ फंसे मजूदरों की घर वापसी शुरू
सिलवासा. प्रशासन ने दादरा नगर हवेली में फंसे हुए तथा स्वेच्छा से घर जाने वाले मजदूरों को बस और रेल द्वारा उनके घर भेजना आरम्भ कर दिया है। पहले दिन मध्यप्रदेश के 503 मजदूरों को उनके घर भेजा गया। वाहनों में बैठाने से पहले उनकी स्वास्थ्य जांच की गई। घर जाने वाले मजदूरों को रखोली स्कूल ग्राउंड पर बुलाया गया। यहां डॉक्टरों द्वारा स्वास्थ्य जांच के बाद उन्हें मास्क, खाने के पैकेट, बिस्किट, पानी, हैंड सैनेटाइजर आदि उपलब्ध कराए गए। भेजे गए मजदूर मध्यप्रदेश के जबलपुर, कटनी, सतना, रीवा क्षेत्रों के निवासी हैं। यह सभी मजदूर गुरुवार को अपने घर पहुंच गए हैं।
कलक्टर संदीप कुमार सिंह ने बताया कि स्वेच्छा से घर जाने वाले मजदूरों के लिए प्रशासन व्यवस्था कर रहा है। गरीब मजदूरों को उनके घर तक पहुंचाने का पूरा खर्च दानह प्रशासन वहन कर रहा है। जिले में फंसे मजदूर और रिश्तेदारों को उनके घरों तक पहुंचाने के लिए प्रशासन ने पंजीयन कर रहा है। भरे गए आवेदनों की छंटनी के बाद जिलेवार सूची बनाकर उनके घर तक पहुंचाने की व्यवस्था की जाएगी।
सिलवासा. प्रशासन ने दादरा नगर हवेली में फंसे हुए तथा स्वेच्छा से घर जाने वाले मजदूरों को बस और रेल द्वारा उनके घर भेजना आरम्भ कर दिया है। पहले दिन मध्यप्रदेश के 503 मजदूरों को उनके घर भेजा गया। वाहनों में बैठाने से पहले उनकी स्वास्थ्य जांच की गई। घर जाने वाले मजदूरों को रखोली स्कूल ग्राउंड पर बुलाया गया। यहां डॉक्टरों द्वारा स्वास्थ्य जांच के बाद उन्हें मास्क, खाने के पैकेट, बिस्किट, पानी, हैंड सैनेटाइजर आदि उपलब्ध कराए गए। भेजे गए मजदूर मध्यप्रदेश के जबलपुर, कटनी, सतना, रीवा क्षेत्रों के निवासी हैं। यह सभी मजदूर गुरुवार को अपने घर पहुंच गए हैं।
कलक्टर संदीप कुमार सिंह ने बताया कि स्वेच्छा से घर जाने वाले मजदूरों के लिए प्रशासन व्यवस्था कर रहा है। गरीब मजदूरों को उनके घर तक पहुंचाने का पूरा खर्च दानह प्रशासन वहन कर रहा है। जिले में फंसे मजदूर और रिश्तेदारों को उनके घरों तक पहुंचाने के लिए प्रशासन ने पंजीयन कर रहा है। भरे गए आवेदनों की छंटनी के बाद जिलेवार सूची बनाकर उनके घर तक पहुंचाने की व्यवस्था की जाएगी।