scriptपैदल और साइकिल से यूपी के लिए निकले श्रमिक | Workers set out for UP on foot and cycle | Patrika News
सूरत

पैदल और साइकिल से यूपी के लिए निकले श्रमिक

जारी है मजदूरों का पलायन
Labor migration continues

सूरतMay 14, 2020 / 10:39 pm

Sunil Mishra

पैदल और साइकिल से यूपी के लिए निकले श्रमिक

पैदल और साइकिल से यूपी के लिए निकले श्रमिक

वलसाड. लॉकडाउन के बाद से शुरू हुआ मजदूरों का पलायन अब तक जारी है। कुछ दिनों से ट्रेन में श्रमिकों को गांव भेजने की प्रक्रिया शुरू होने के बावजूद बहुत से मजदूर पैदल या साइकिल से गांव के लिए निकल रहे हैं।
वलसाड के वशीयर के पास करीब 15 से ज्यादा मजदूर पैदल और साइकिल पर वापी से यूपी के लिए निकले थे। यह लोग रेल पटरी के पास से जा रहे थे। पूछने पर इन्होंने कहा कि लॉकडाउन के बाद से काम धंधा बंद है और मालिक वेतन नहीं दे रहा है। किसी तरह कुछ रुपए की व्यवस्था करने के बाद सामान लेकर गांव के लिए निकले हैं। जब उनसे फार्म जमा कर रेल से यात्रा की जानकारी दी गई तो उन्होंने बताया कि कई दिनों से इसके लिए प्रयास किया, लेकिन उनका नंबर नहीं लगा। इससे वे पैदल या साइकिल से ही गांव के लिए निकल पड़े हैं। किसी न किसी तरह गांव तो पहुंच ही जाएंगे। जिले में मजदूरों का पलायन कई जगहों से चल रहा है। वापी से उमरगाम, वलसाड के मोगरावाड़ी, अब्रामा व अन्य जगहों पर हजारों लोग अपने राज्य जाने के लिए फार्म लेकर सड़कों पर घूम रहे हैं। जहां भी उन्हें फार्म जमा करने की जानकारी मिलती है वहां फौरन पहुंच रहे हैं, लेकिन बहुत से लोगों का नंबर नहीं लग रहा है।
https://twitter.com/awasthis/status/1260973105209466880?s=20

https://www.patrika.com/noida-news/labor-migrating-towards-their-hometown-6098740/

https://www.patrika.com/miscellenous-india/18-people-were-traveling-in-a-concrete-mixer-tank-in-indore-mp-6059881/

पैदल और साइकिल से यूपी के लिए निकले श्रमिक
फंसे मजूदरों की घर वापसी शुरू
सिलवासा. प्रशासन ने दादरा नगर हवेली में फंसे हुए तथा स्वेच्छा से घर जाने वाले मजदूरों को बस और रेल द्वारा उनके घर भेजना आरम्भ कर दिया है। पहले दिन मध्यप्रदेश के 503 मजदूरों को उनके घर भेजा गया। वाहनों में बैठाने से पहले उनकी स्वास्थ्य जांच की गई। घर जाने वाले मजदूरों को रखोली स्कूल ग्राउंड पर बुलाया गया। यहां डॉक्टरों द्वारा स्वास्थ्य जांच के बाद उन्हें मास्क, खाने के पैकेट, बिस्किट, पानी, हैंड सैनेटाइजर आदि उपलब्ध कराए गए। भेजे गए मजदूर मध्यप्रदेश के जबलपुर, कटनी, सतना, रीवा क्षेत्रों के निवासी हैं। यह सभी मजदूर गुरुवार को अपने घर पहुंच गए हैं।
कलक्टर संदीप कुमार सिंह ने बताया कि स्वेच्छा से घर जाने वाले मजदूरों के लिए प्रशासन व्यवस्था कर रहा है। गरीब मजदूरों को उनके घर तक पहुंचाने का पूरा खर्च दानह प्रशासन वहन कर रहा है। जिले में फंसे मजदूर और रिश्तेदारों को उनके घरों तक पहुंचाने के लिए प्रशासन ने पंजीयन कर रहा है। भरे गए आवेदनों की छंटनी के बाद जिलेवार सूची बनाकर उनके घर तक पहुंचाने की व्यवस्था की जाएगी।
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