जोकोविच ने अपनी पहली सर्विस से 81 फीसदी अंक जीते। उन्होंने मैच में आठ एस और 33 विनर्स लगाए जबकि 15 भेजां भूलें की। दूसरी तरफ शापोवालोव ने 35 बेजाभूलें की। रविवार को होने वाले खिताबी मुकाबले में जोकोविच का सामना सातवीं सीड बेरेटिनी से होगा जो पहली बार किसी ग्रैंड स्लैम के फाइनल में पहुंचे हैं।
सातवीं सीड इटली के मातेओ बेरेटिनी ने कहा है कि इस साल की शुरूआत में चोटिल होने के बाद उन्हें कुछ दिक्कतें हो रही थीं, लेकिन वह संघर्ष से उबरकर मजबूती से वापसी कर विंबलडन टेनिस टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंचे हैं जो उनके कॅरियर का पहला ग्रैंड स्लैम फाइनल है। बेरेटिनी ने सेमीफाइनल मुकाबले में पोलैंड के हुबर्ट हुरकाज को हराकर फाइनल में जगह बनाई है जहां उनका सामना विश्व के नंबर-1 खिलाड़ी नोवाक जोकोविच से होगा।
मजबूती से वापसी की
बेरेटिनी ने मैच के बाद कहा, अपने पहले ग्रैंड स्लैम फाइनल के लिए काफी खुश हूं। मेरा साल अच्छे से शुरू हुआ था और मैं एटीपी कप के फाइनल में पहुंचा था। इसके बाद मैं फिर चोटिल हो गया और मुझे काफी संघर्ष करना पड़ा। उन्होंने कहा, मैंने फिर मजबूती से वापसी की। मुझे लगता है कि खिताबी मुकाबले में जाने का मैं हकदार था। मैं बस इसका आनंद लेना चाहता हूं जैसा मैंने इस मैच में लिया। मैं सिर्फ अपने पहले फाइनल मैच का आनंद लूंगा। जो भी जीते मैं उसकी सराहना करूंगा। 2019 यूएस ओपन के सेमीफाइनल में पहुंचने वाले बेरेटिनी 1976 में एडरिआनो पानाता के बाद इटली के पहले टेनिस खिलाड़ी बन सकते हैं जिन्होंने ग्रैंड स्लैम खिताब जीता है।