भारत में हर 10 सालों में जनगणना की जाती है। इस वर्षके प्रारंभ से ही इसकी तैयारियां शुरू कर दी गईथी। लेकिन मार्च से शुरू हुए कोरोना संक्रमण के बाद सरकार ने तमाम काम रोककर देश में लॉकडाउन लगा दिया था। अब लॉकडाउन खुलने के बाद भी तमाम कामों के लिए गाइड लाइन जारी कर दी गई है, लेकिन जनगणना का क्या होना है, इसके लिए काईगाइड लाइन नहीं आई है। ऐसे में यह काम अब भी शुरू नहीं हुआ है। अधिकारियों की माने तो सरकार अब अगले वर्ष की इस प्रक्रिया को आगे बढ़ाएंगी।
ऐसे होनी थी जनगणना
इस बार जनगणना का काम दो चरणों में होना था। पहली बार सरकार ने जनगणना का पूरा काम ऑनलाइन कराने के निर्देश दिए थे। इसके बाद जिला सांख्यकी विभाग ने अधिकारियों एवं कर्मचारियों को इसकी ट्रेनिंग देनी भी शुरू कर दी थी। केन्द्र सरकार द्वारा तय किए गए कार्यक्रम के अनुसार जनगणना का पहला चरण 1 मईसे 14 जून तक चलना था। इन 45 दिनों की अवधि में मकानों का सूचीकरण, मकानों की गणना एवं राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर को अद्यतन किया जाना था। यह जनगणना का सबसे महात्वपूर्णकाम था। यह काम होने के बाद दूसरे चरण में जनसंख्या की गणना एवं परिगणना की जानी थी। यह काम 9 फरवरी से 28 फरफरी 2021 तक होना था। इसके बाद 1 से 5 मार्चतक इसका रिवीजन किया जाना था और मार्च के माह में ही देश की जनसंख्या के आंकड़े जारी किए जाने थे।
इस बार जनगणना का काम दो चरणों में होना था। पहली बार सरकार ने जनगणना का पूरा काम ऑनलाइन कराने के निर्देश दिए थे। इसके बाद जिला सांख्यकी विभाग ने अधिकारियों एवं कर्मचारियों को इसकी ट्रेनिंग देनी भी शुरू कर दी थी। केन्द्र सरकार द्वारा तय किए गए कार्यक्रम के अनुसार जनगणना का पहला चरण 1 मईसे 14 जून तक चलना था। इन 45 दिनों की अवधि में मकानों का सूचीकरण, मकानों की गणना एवं राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर को अद्यतन किया जाना था। यह जनगणना का सबसे महात्वपूर्णकाम था। यह काम होने के बाद दूसरे चरण में जनसंख्या की गणना एवं परिगणना की जानी थी। यह काम 9 फरवरी से 28 फरफरी 2021 तक होना था। इसके बाद 1 से 5 मार्चतक इसका रिवीजन किया जाना था और मार्च के माह में ही देश की जनसंख्या के आंकड़े जारी किए जाने थे।
ट्रेनिंग होना बाकी
वहीं कोरोना संक्रमण के बीच अब भी सरकार ने इसके लिए कोई गाइड लाइन और दिशा-निर्देश नहीं दिए है। वहीं अब भी कुछ ट्रेनिंग होनी बाकी बताई जा रही है। ऐसे में अब लग रहा है कि यह काम अगले वर्ष की शुरू होगा। वहीं मार्च में वित्त वर्ष की समाप्ती होने पर अगला वर्ष 2021-22 शुरू हो जाएगा। ऐसे में अब जनगणना का काम एक वर्ष आगे बढ़ता दिखाईदे रहा है। जिला योजना एवं संख्याकी अधिकारी रामबाबू गुप्ता का कहना हैकि कोविड के कारण यह काम रोक दिया गया था। अब शासन से निर्देश मिलने के बाद इसे फिर से शुरू किया जाएगा।
वहीं कोरोना संक्रमण के बीच अब भी सरकार ने इसके लिए कोई गाइड लाइन और दिशा-निर्देश नहीं दिए है। वहीं अब भी कुछ ट्रेनिंग होनी बाकी बताई जा रही है। ऐसे में अब लग रहा है कि यह काम अगले वर्ष की शुरू होगा। वहीं मार्च में वित्त वर्ष की समाप्ती होने पर अगला वर्ष 2021-22 शुरू हो जाएगा। ऐसे में अब जनगणना का काम एक वर्ष आगे बढ़ता दिखाईदे रहा है। जिला योजना एवं संख्याकी अधिकारी रामबाबू गुप्ता का कहना हैकि कोविड के कारण यह काम रोक दिया गया था। अब शासन से निर्देश मिलने के बाद इसे फिर से शुरू किया जाएगा।