विदित हो कि ओरछा में हर साल राष्ट्रीय पर्यटन दिवस के अवसर पर पर्यटन विभाग द्वारा कार्यक्रम आयोजित किया जाता था और ओरछा आने वाले पर्यटकों का फूल देकर स्वागत किया जाता था। इसके साथ ही स्कूली बच्चों के साथ भी कार्यक्रम होते थे।
इस बार किसी प्रकार का कार्यक्रम न होने पर विभाग कोरोना प्रोटोकाल की बात कह अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ रहा है। जबकि पर्यटन से जुड़े तमाम लोगों की माने तो पिछले कुछ सालों से पर्यटन को लेकर शासन और प्रशासन उदासीन बना हुआ है। पर्यटन से जुड़े कुछ सरकारी गाइड और होटल संचालकों ने नाम न छापने की बात कहते हुए कहा कि नमस्ते ओरछा के बाद से अब कोईकार्यक्रम नहीं किया जा रहा है। यहां तक कि पिछले दो सालों में कोरोना में हुए घाटे से उबारने के लिए सरकार द्वारा कोई प्रयास होते दिख रहे है। इन लोगों का कहना था कि ओरछा में पर्यटन एवं सांस्कृतिक विभाग के तमाम आयोजन धीरे-धीरे बंद होते जा रहे है। यह ओरछा जैसे स्थान के लिए चिंता का विषय है।
हरनाथ सिंह दंडोतिया, स्थानीय प्रबंधक, ओरछा का कहना है कि राष्ट्रीय पर्यटन दिवस के अवसर पर पर्यटकों के लिए 20 प्रतिशत डिस्कांउट का स्पेशन ऑफर रखा गया है। सार्वजनिक कार्यक्रम भोपाल आदि जगह हुए होंगे। हमने कोरोना प्रोटोकाल के चलते कोई सार्वजनिक कार्यक्रम नहीं किया है।