टीकमगढ़. किसानों को उनकी उपज का सही दाम मिले, इसके लिए शासन द्वारा इस वर्ष समर्थन मूल्य पर मूंग और उड़द के साथ ही प्याज की भी खरीदी की जा रही है। लेकिन जिले में चल रही इस खरीदी में किसानों से ज्यादा व्यापारियों को समर्थन मिलता दिखाई दे रहा है।
यही कारण है कि उत्पादन लक्ष्य से अधिक मात्रा में मूंग की खरीदी की जा चुकी हैऔर अब भी खरीदी के लिए जुलाई का पूरा महीना पड़ा हुआ है। शासन द्वारा समर्थन मूल्य पर की जाने वाली खरीदी हमेशा ही जिले में विवादित रही है। इस बार यह विवाद उड़द और मूंग की खरीदी में देखने को मिल रहा है। शासन के निर्देश पर पिछले एक पखवाड़े से उड़द और मूंग की समर्थन मूल्य पर खरीदी की जा रही है।
शासन ने मूंग का समर्थन मूल्य जहां 5225 रुपए क्विंटल निर्धारित किया है वहीं उड़द 5 हजार रुपए क्विंटल के दाम पर खरीदी जा रही है। शासन द्वारा दी जा रही अच्छी कीमत के बाद किसानों के साथ ही व्यापारी भी इसका लाभ उठाने से पीछे नही दिखाई दे रहे है। यही कारण है कि वर्तमान में मूंग की जो खरीदी की गई है वह उत्पादित लक्ष्य से कहीं अधिक की जा चुकी है। लेकिन इस पर न तो कृषि विभाग, न ही खरीदी कर रहे विपणन संघ, सहकारिता व खाद्य विभाग का भी ध्यान नहीं है।