वहीं पुलिस ने अब तक दो मामले दर्ज किए हैं। पुलिस सीसीटीवी कैमरे व वीडियो रिकॉर्डिंग के जरिए आरोपितों की तलाश में जुटी है। मामले में नाम आने के डर से कई लोग भूमिगत भी हो चुके हैं। हालांकि पुलिस उन्हें पकडऩे के लिए पूरे प्रयास कर रही है।
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गौरतलब है कि गत 18 मार्च की शाम बड़ाकुआं क्षेत्र में विभिन्न संगठनों की ओर से निकाली रैली के दौरान पथराव हो गया था। इसके बाद माहौल बिगड़ गया और आगजनि, मारपीट व तोडफ़ोड़ की घटनाएं हुई। इसमें एक दर्जन लोग घायल हो गए तथा कई मकानों तथा वाहनों में तोडफ़ोड़ कर दी गई। इसके अलावा कई केबिनें व बाइकें जला दी गई।
गौरतलब है कि गत 18 मार्च की शाम बड़ाकुआं क्षेत्र में विभिन्न संगठनों की ओर से निकाली रैली के दौरान पथराव हो गया था। इसके बाद माहौल बिगड़ गया और आगजनि, मारपीट व तोडफ़ोड़ की घटनाएं हुई। इसमें एक दर्जन लोग घायल हो गए तथा कई मकानों तथा वाहनों में तोडफ़ोड़ कर दी गई। इसके अलावा कई केबिनें व बाइकें जला दी गई।
चलता रहा फ्लैग मार्च
शहर में तैनात टुकडिय़ों के जवान लगातार फ्लैग मार्च करते रहे। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार के नेतृत्व में एसटीएफ की टुकड़ी ने पहले कोतवाली से बड़ा कुआं क्षेत्र तथा बाद में बड़ा कुआं घंटाघर होते हुए पुरानी टोंक क्षेत्र में फ्लैग मार्च किया। इसके अलावा मुख्य स्थानों पर पुलिस के वाहन तथा जवान तैनात रहे।
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ये कैसे भरे पेट
डिपो क्षेत्र में मिस्त्री तथा अन्य सामान की केबिनों में आग लगा दी गई। इसके चलते इनमें काम करने वाले लोग बेरोजगार हो गए। हालांकि उन्होंने मंगलवार से केबिनों की मरम्मत शुरू की, लेकिन उनके सामने पेट भरने की परेशानी खड़ी हो गई। वहीं दूसरी ओर बाजार बंद होने से व्यापारियों को नुकसान उठाना पड़ा। माहौल के चलते ग्रामीण क्षेत्र के लोग टोंक कम ही आए। शहर के लोग भी बाजार में खरीदारी के लिए कम ही निकले।
ये कैसे भरे पेट
डिपो क्षेत्र में मिस्त्री तथा अन्य सामान की केबिनों में आग लगा दी गई। इसके चलते इनमें काम करने वाले लोग बेरोजगार हो गए। हालांकि उन्होंने मंगलवार से केबिनों की मरम्मत शुरू की, लेकिन उनके सामने पेट भरने की परेशानी खड़ी हो गई। वहीं दूसरी ओर बाजार बंद होने से व्यापारियों को नुकसान उठाना पड़ा। माहौल के चलते ग्रामीण क्षेत्र के लोग टोंक कम ही आए। शहर के लोग भी बाजार में खरीदारी के लिए कम ही निकले।
अधिकारियों से मिलते रहे लोग
मामले को लेकर दोनों समुदाय तथा विभिन्न संगठनों के लोग सोमवार तथा मंगलवार को अधिकारियों से मिलते रहे। वे मामले में निष्पक्ष जांच कराने की मांग कर रहे थे। साथ ही कह रहे थे कि किसी भी बेकसूर को गिरफ्तार नहीं किया जाए। वहीं जिला कलक्टर सुबेसिंह यादव तथा पुलिस अधीक्षक योगेश दाधीच ने आश्वासन दिया कि मामले में किसी भी बेकसूर को नहीं पकड़ा जाएगा।
अभिभाषक संघ ने की शांति की अपील
जिला अभिभाषक संघ टोंक की साधारण सभा मंगलवार को हुई। इसमें शहर के लोगों को शांति व्यवस्थाए बनाए रखने की अपील की गई। संघ के सचिव नरेन्द्रपालसिंह जादौन ने बताया कि लोगों को अफवाह पर ध्यान नहीं देकर प्रशासन की मदद करनी चाहिए।