read more:राजस्थान यहां मिला ब्लैक ग्रेनाइट का भण्ड़ार, खनिज विभाग को लीज के लिए 100 से अधिक मिले आवेदन लेकिन मण्डी अधिकारी कर्मचारियों द्वारा उनमें माल की बोली नहीं लगवाए जाने से उन्हें जहां आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है। वहीं व्यापारियों द्वारा माल सीधे ही खरीद लेने से मण्डी को भी टैक्स आदि का नुकसान हो रहा है। भारतीय किसान संघ के जिला मंत्री मदन कुमावत, तहसील अध्यक्ष रामकिशन सैनी, मुकेश कुमार चौधरी, बंजारा सिंह, प्रदेश प्रतिनिधी रामस्वरूप धाकड सहित कई किसानों ने बताया कि नियमानुसार मण्डी प्रांगण में किसानों द्वारा लाऐ जाने वाले कृषि जिन्सों की बोली मण्डी प्रशासन द्वारा लगवाई जानी चाहिए।
read more:कांस्टेबल मुकेश जाट की हत्या की गुत्थी अंधेरे में, जाट समाज ने दी फिर आंदोलन की चेतावनी जिससे कि किसानों को उनकी उपज का पूरा लाभ मिल सके। लेकिन मण्डी प्रशासन द्वारा माल की बोली नहीं लगवाई जा रही है। जिससे मण्डी प्रांगण में ही व्यापारी बिना बोली लगाऐ माल की खरीद कर रहे है। इस सम्बन्ध में मण्डी प्रशासक एवं उपखण्ड अधिकारी संतोष कुमार मीणा से दूरभाष पर बात करने का प्रयास किया गया तो उनका फोन नहीं लगने से बात नही हो सकी।
आसमान से बरसी आफत , बारिश से फसलों को नुकसान टोडारायसिंह. क्षेत्र में शुक्रवार दोपहर बाद हुई बारिश से फसलों को नुकसान हो गया। क्षेत्र के मोर, पन्द्राहेड़ा, सीतारामपुरा, रीण्डल्यारामपुरा, बनाकाखेड़ा, कूकड़ समेत अन्य गांवों में दोपहर बाद बारिश हुई। किसानों का कहना है कि लगातार हो रही बरसात से पहले ही किसानों की खरीफ फसल चौपट हो गई थी। हालात यह है कि खेतों में पकी हुई तिल, बाजरा, मक्का व मूंग-उड़द की फसलें खराब होने से किसान कर्ज तले दब रहा।
हकाई-जुताई कर खेतों को तैयार करने के बाद खाद व बीज पर हजारों रुपए खर्च कर बड़ी मेहनत से सरसो की बुवाई की थी। शुक्रवार को हुई बरसात से किसान की मेहनत पर फिर पानी फिर गया है। किसानों को दोबारा बुवाई के लिए खाद व बीज पर खर्च वहन करना पड़ेगा।