आरयूआईडीपी ने शहर के गौरव पथ सवाईमाधोपुर चौराहे से लेकर मोतीबाग, धन्नातलाई, बस स्टैण्ड, छावनी से लेकर जयपुर बायपास तक सीवरेज तथा पेयजल लाइन डालने का कार्य कर दिया, लेकिन अभी तक छावनी से लेकर बमोर गेट होते हुए घंटाघर तक का बाकी है।
जबकि इसी मार्ग से जयपुर से आने वाले मंत्रियों एवं अधिकारी आएंगे। मुख्यमंत्री के हेलीकॉप्टर से आने की संभावना पर भी इस मार्ग का उपयोग किए जाने की संभावना है। ऐसे में गड्ढों से भरी छावनी से लेकर बमोर गेट तक सडक़ एक किलोमीटर की सडक़ का नगर परिषद ने करीब 50 लाख रुपए में निर्माण करा दिया।
ये सडक़ 11 मीटर की चौड़ाई में बनाई गई। साथ ही आरयूआईडीपी से तय किया कि वे सडक़ बनने तथा गौरव यात्रा निकलने के 6 महीने बाद ही यहां काम करेंगे। इस पर आरयूआईडीपी ने लिखित में नगर परिषद को पत्र भेजा कि वे इस मार्ग पर 6 महीने से पहले कोई कार्य नहीं करेगा।
मुख्यमंत्री की इस वीआईपी विजिट के तहत जिला प्रशासन ने आनन-फानन में रातों-रात इस मार्ग की कायापलट कर दी, लेकिन इसी से जुड़ी समीप की अन्य सडक़ों की सुध नहीं ली। ऐसे में अन्य मार्ग जर्जर व गड्ढों से भरे हुए हैं। वहीं लोग अब ये आस भी जता रहे हैं कि मुख्यमंत्री का शहर में अन्य मार्गों पर भी दौरा हो जाए, ताकि अन्य मार्गों की प्रशासन सुध ले ले।
इन मार्गों की सुधरी दशा मुख्यमंत्री की प्रस्तावित गौरव यात्रा को लेकर नगर परिषद ने छावनी से बमोरगेट, छावनी से बस स्टैण्ड व बमोर अंडर पास तथा डिपो से देवली रोड की मरम्मत कराई जा रही है। वहीं सार्वजनिक निर्माण विभाग की ओर से जयपुर रोड से छावनी तक सडक़ की मरम्मत शुरू कर दी।
जबकि इससे पहले तक लोग कई बार प्रदर्शन कर इन सडक़ों की मरम्मत कराने के लिए थक चुके, लेकिन जिला प्रशासन ने इन लोगों की सुनवाई नहीं की। नगर परिषद बजट से बमोर गेट से छावनी तक करीब 45-50 लाख की लागत से एक किलोमीटर की सडक़ बनाई गई है। यह सडक़ 11 मीटर चौड़ी है।
दिनेश गोयल, अधिशासी अभियंता, नगर परिषद, टोंक
नगर परिषद को पत्र लिख कर बताया गया है कि बमोर गेट से छावनी सर्किल तक बनाई गई सडक़ पर अब छह माह बाद ही आरयूडीपीआई कार्य करेगी।
अशोक कुमार, अधीक्षण अभियंता, आरयूआईडीपी