इस दौरान कॉलोनी के राजेन्द्र जिंदल, संजय सेठी, एडवोकेट विरेन्द्र जैन, राजेश शर्मा, जुगल पांचाल, सुुनील जैन, मनोज जैन, महेश शर्मा समेत एक दर्जन लोगों ने बताया कि शहर के मुख्य मार्ग पर तहसील कार्यालय, न्यायालय परिसर से सटकर वर्षों से गंदे पानी का सीवरेज नाला बना हुआ है। इससे क्षेत्र के गंदा पानी की निकासी होती है।
इसके बावजूद नगर पालिका मनमर्जी करते हुए उक्त नाले को बीच में से मोडकऱ चूंगी नाका से विवेकानंद कॉलोनी के मुख्य मार्ग पर बनाने के लिए आमादा है, जो मुख्य मार्ग से गुजर रहे नाले के ढाल के विपरित है। इसके कारण बाद में नाला बनने के बाद यहां पानी की निकासी रुक जाएगी।
इससे कॉलोनी का वातावरण दूषित होने की आशंका हो जाएगी। उधर नगर पालिका ने मंगलवार को कॉलोनी के मार्ग पर नाला निर्माण कार्य को लेकर लाइनिंग भी डाल दी है। इसके विरोध में मंगलवार रात कॉलोनी के लोगों ने बैठक की तथा रात को ही तहसीलदार मानसिंह आमेेरा को मामले की शिकायत की।
ज्ञापन में कॉलोनी के लोगों ने चेतावनी दी कि यदि निर्माण कार्य नहीं रोका गया तो कानून व्यवस्था भी बिगड़ सकती है। बाद में कॉलोनी के लोगों ने नगर पालिका में अधिशासी अधिकारी के नाम सहायक अभियंता को भी ज्ञापन सौंप नाला निर्माण कार्य रुकवाने की मांग की है।
नहीं होने देंगे निर्माण
नाला निर्माण के विरोध में कॉलोनी के लोगों ने अपना रवैया सख्त कर लिया है। यहां तक की कॉलोनी की महिलाएं भी निर्माण के विरोध में उतर आई है। कॉलोनी की कांता पांचाल, मंजू शर्मा, जूली जैन, सुमन जैन, सोनू समेत कई महिलाओं ने विरोध करते हुए चेतावनी दी कि कॉलोनी की महिलाएं भी किसी हालत में नाला निर्माण नहीं होने देंगी। चाहे इसके लिए उन्हें सडक़ों पर भी उतरना पड़े। उन्होंने कहा कि नाला निर्माण से पूरी कॉलोनी का वातावरण दूषित हो जाएगा।
ढलान के विपरीत बना रहे हैं नाला
पार्षद भीमराज जैन समेत कई जानकार लोगों का कहना है कि विवेकानंद कॉलोनी में बनने वाले नाले की कोई आवश्यकता नहीं है। क्योंकि मुख्य मार्ग पर बने नाले की ढाल छतरी चौराहे की ओर है। इससे क्षेत्र का गंदा पानी छतरी चौराहे की ओर जाता है।
ऐसे में नाले को बीच में से मोड़ विवेकानंद कॉलोनी की ओर निकालने का कोई औचित्य नहीं है। ढाल के विपरित नाला बनने से विवेकांनद कॉलोनी में हमेशा गंदा पानी जमा हो जाएगा। जो कॉलोनी के वातावरण को दूषित कर देगा।