जानकारी अनुसार पुरानी टोंक में जैन नसिया के पास स्थित क्षय रोग अस्पताल भवन की हालत जर्जर होने पर सार्वजनिक निर्माण विभाग के अभियंताओं से इसकी जांच करवाई गई। इस पर 16 अगस्त को अस्पताल के प्रवेश द्वार, बरामदा, स्वागत कक्ष व चिकित्सक कक्ष की दीवारों में दरारें व छत का प्लस्तर गिरने से आरसीसी के सरिए निकल आए है। भवन जर्जर हालत में होने के कारण सरिए निकल आए है। डरे हुए प्रयोगशाला कर्मी तो हेलमेट लगा कर नमूनों की जांच कर रहे है।
सीएमएचओ को बताया, पीएमओ ने किया मना
सानिवि अभियंताओं के द्वारा भवन की एक विंग कण्डम घोषित होने के बाद क्षय रोग प्रभारी डॉ. निर्मला शर्मा ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी टोंक को अवगत करा भवन की व्यवस्था करने की मांग की गई। इस पर सीएमएचओ ने सआदत अस्पताल के प्रमुख चिकित्सा अधिकारी को पत्र लिख भवन की व्यवस्था करने के लिए कहा गया, लेकिन पीएमओ ने भवन का अभाव बता का असमर्थता जता दी।
सब को बता दिया खतरा है
चिकित्साधिकारी निर्मला शर्मा ने बताया कि पीएमओ द्वारा मना किए जाने पर क्षय रोग अस्पताल के सभी कर्मचारियों को प्रथम विंग को छोड़ कर अन्य कक्षों में कार्य करने के निर्देश दिए गए है। भवन की व्यवस्था नहीं होने के कारण वह खुद कण्डम घोषित कक्ष में बैठने को मजबूर है।
तीन सितम्बर को कार्यभार ग्रहण किया है। क्षय रोग अस्पताल के जर्जर होने के बारे में चली पत्रावली के बारे में जानकारी नहीं है।
अशोक यादव, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, टोंक