साथ ही कई वार्डों में अब तक भी पानी की समस्या से निजात नहीं मिल पाई है। कस्बे में इन दिनों लोगों को तडक़े ही हैण्डपम्पों का सहारा लेना पड़ रहा है। साथ ही एक ही हैण्डपम्प पर कई लोगों द्वारा पानी भरने के कारण कई बार उनमें आसस में कहा सूनी होना भी आम बात हो गई।
इसके बावजूद भी विभाग ऐसे वार्डों में पेयजल समस्या के प्रति गम्भीरता नहीं बरत रहा है ,जबकि इन वार्डों के लोग कई बार जलदाय विभाग कार्यालय में जाकर कई बार अवगत करवा चुके है।
लोगों का कहना है कि वार्ड 6 व 7 में लगभग 50 घरों में अभी भी पेयजल लाइन नहीं डल पाई है, जिसके कारण इन सब लोगों को एक ही हैण्डपम्प का सहारा लेना पड़ रहा है। वहीं अन्य वार्डों में भी पानी की समस्या से चलते दिनभर लोग इधर-उधर पानी भरते नजर आते है।
पानी के लिए भटक रहे हैं विद्यार्थी
टोंक. राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में इन दिनों पेयजल समस्या गहराई हुई है। ऐसे में विद्यार्थियों को आस-पास की कॉलोनियों तथा घर से पानी लाकर प्यास बुझानी पड़ रही है। ऐसा भी नहीं है कि कॉलेज में प्याऊ नहीं है।
प्याऊ का पानी गर्म होने से विद्यार्थीउसे पी नहीं रहे हैं। इसकी शिकायत छात्रसंघ अध्यक्ष प्यारेलाल मीणा ने मंगलवार को जिला कलक्टर को ज्ञापन सौंपकर की है। इसमें प्यारेलाल ने बताया कि राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में पानी की व्यवस्था सुचारू रूप से नहीं है। ऐसे में विद्यार्थियों को पेयजल संकट का सामना करना पड़ रहा है।
इसके लिए प्राचार्यको भी अवगत कराया, लेकिन कॉलेज प्रशासन की ओर से ध्यान नहीं दिया जा रहा है। इसके अलावा गर्मीसे राहत देने वाले पंखें व कूलर भी नहीं चल रहे हैं। ऐसे में विद्यार्थियों को गर्मी का सामना भी करना पड़ रहा है। उन्होंने कॉलेज की व्यवस्थाओं में सुधार की मांग की है।