उल्लेखनीय है कि गत 14 अप्रेल की रात को लुटेरों ने कपड़े के व्यापारी पदमचंद जैन को शिकार बनाने का प्रयास किया। हालाकि व्यापारी घटना के दौरान तत्काल सर्तक हो गया तथा लुटेरों को विरोध किया।
इसके चलते लूट की वारदात टल गई, लेकिन आरोपियों का पुलिस पता लगाने में नाकाम रही। वहीं इसी रात चोरों ने मुख्य बाजार स्थित चन्द्रप्रभू मन्दिर के सामने स्थित विष्णु आयरन स्टोर से चोरों ने करीब 80 हजार की नकदी व दर्जनभर चांदी के सिक्के चुरा लिए।
इसी प्रकार पिछले दिनों चोरों ने गुरुद्वारा रोड स्थित आत्माराम लक्षकार की मणिहारी की दुकान को निशाना बनाया। यहां से चोर नकदी समेत सामान चुरा ले गए। वहीं सीसीटीवी कैमरे से लगी एलईडी टीवी चुराकर ले जाने लगे, जो कि हाथ से छिटकने के चलते टूटकर गिर गई। जिसके अवशेष अगले दिन दुकान के बाहर मिले थे।
इसके अलावा सिरोही स्थित लोकदेवता देहलवाल महाराज मन्दिर की चोरी, सिरोही गांव में सूने मकान की चोरी, नेहरु मार्केट में बीड़ी व्यवसायी की चोरी व इसी बाजार स्थित ज्ञान टे्रडर्स की कॉस्मेटिक दुकान की चोरी, एजेंसी स्थित वेल्डिंग मिस्त्री की घर की चोरी तथा बस स्टैण्ड समीप स्थित राजकीय आदर्श उच्च प्राथमिक विद्यालय के बाहर लगी तीन थड़ी व साइकिल की दुकान की चोरी की वारदात आज तक अनसुलझी है।
इन वारदातों में लिप्त चोरों का आज तक पता लग सका न सामानों की बरामदगी हुई। वहीं देवली पुलिस काम का बोझ व स्टॉफ की कमी का रोना रोकर अपना बचाव कर रही है।
हालाकि गत दिनों पुलिस ने केकड़ी क्षेत्र के चोर गिरोह का खुलासा किया, लेकिन उसमें शहर की महज एक चोरी का ही खुलासा हुआ। जबकि दर्जनभर चोरियों आज भी बेनकाब है। थाना प्रभारी का कहना है कि अनुसंधान अधिकारी एएसआई बाहर गए हुए है, वे ही वारदातों की प्रगति बता पाएंगे।