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एक अधिकारी के पास पांच पदों की जिम्मेदारी, हर सीट पर दो घंटे भी समय नहीं दे पा रहे हैं, कामकाज हो रहा बाधित

टोडारायसिंह. एसडीओ, बीडीओ समेत राजस्व अधिनस्थ अधिकारियों के रिक्त पदों के चलते क्षेत्र के राजस्व व पंचायतराज के कार्य प्रभावित हो रहे हंै।

टोंकAug 08, 2018 / 12:47 pm

Kamal Bairwa

विकास अधिकारी

टोडारायसिंह पंचायत समिति में विकास अधिकारी की सीट पर पंचायतराज के कार्य सम्पादित करते तहसीलदार कपिल शर्मा।

टोडारायसिंह. एसडीओ, बीडीओ समेत राजस्व अधिनस्थ अधिकारियों के रिक्त पदों के चलते क्षेत्र के राजस्व व पंचायतराज के कार्य प्रभावित हो रहे हंै। इधर, पदों पर कार्यवाहक नियुक्त टोडारायसिंह तहसीलदार सम्बन्धित सीटों पर दो-दो घंटे का ही समय दे पाने से ग्रामीण सरकारी कार्यालयों के चक्कर काटने को मजबूर है।
उल्लेखनीय है कि पंचायत समिति में कार्यरत तत्कालीन विकास अधिकारी नीता पारीक के स्थानांतरण बाद तहसीलदार कपिल शर्मा को गत 18 जून को विकास अधिकारी का कार्यभार सौंपा गया। इससे पहले टोडारायसिंह व बरवास उपतहसील के नायब तहसीलदार के पद भी एक वर्ष से रिक्त होने से उक्त पदों का चार्ज भी तहसीलदार के जिम्मे ही था। इसी बीच गत दिनों एसडीओ साधूराम के स्थानांतरण के बाद गत 24 जुलाई को एसडीओ का चार्ज भी तहसीलदार को सौंप दिया गया है।
स्थिति यह है कि रिक्त पदों पर तहसीलदार शर्मा को कार्यवाहक नियुक्ति मिलने से उनका अधिकांश समय राजस्व व पंचायतराज के अधिनस्थ कार्मिकों की बैठकें या जिला बैठकों में में ही गुजर जाता है। वे शेष समय में सम्बन्धित सीटों पर न्यायालय व कल्याणकारी योजनाओं के साथ राजस्व कार्य निपटाने में निकल रहा है। इधर, कार्यभार बढ़ जाने से कार्यवाहक अधिकारी सम्बन्धित सीटों पर दो घंटे से अधिक समय नहीं दे पाने से ग्रामीण सरकारी कार्यालयों के चक्कर काटने को मजबूर हंै।
अधिशासी अधिकारी चार माह में एक बार ही दर्शन दिए
उनियारा. नगरपालिका अधिशासी अधिकारी का पद रिक्त होने से क्षेत्रविकास कार्यों में पिछड़ रहा है। नगरपालिका में 23 अप्रेल 2018 को अधिशासी अधिकारी सीमा चौधरी का स्थानान्तरण हो गया था। इसके बाद उन्होंने टोंक नगर परिषद में आयुक्त का कार्यभार सम्भाल लिया, लेकिन 15 दिन बाद नगरपालिका में रिक्त ईओ के पद का चार्ज देवली नगरपालिका में नियुक्त ईओ भगवतसिंह परमार को सौंप दिया गया।
चार्ज सौंपने के बाद ईओ भगवत सिंह नगरपालिका में चार माह में एक ही आए। इसके बाद नगरपालिका कर्मचारियों को कोई भी कार्य कराने या किसी भी दस्तावेज पर हस्ताक्षर कराने हों तो देवली ही जाना पड़ता है। इससे कर्मचारियों को हो रही परेशानी के साथ जनता को भी इसका खामियाजा भुगतना पड़ रहा है।
बाधित हैं कई कार्य
नगरपालिका में लोगों के कई कार्य बाधित हो रहे हैं। इसमें अब तक शौचालयों की अनुदान राशि लोगों को नहीं मिल पाई है। आमजन आए दिन नगरपालिका पहुंचता है, लेकिन निराश होकर वापस लौट कर आ जाता है। साथ ही जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र, निर्माण कार्य, कर्मचारियों की ओर से भरे हुए दस्तावेज पर हस्ताक्षर सहित आए दिन होने वाले कार्यों को लेकर लोगों को परेशानी हो रही है। इधर, इस बारे में जब ईओ भगवत सिंह परमार से वार्ता करनी चाही तो उन्होंने दूरभाष पर कोई जवाब नहीं दिया।
कनिष्ठ अभियंता का भी तबादला
पालिका में नियुक्त कनिष्ठ अभियन्ता रामकरण शर्मा का भी हाल ही में विजय नगर नगरपालिका में स्थानान्तरण हो गया है।इससे पालिका में होने वाले कुछ जरूरी काम, जो कनिष्ठ अभियन्ता करते थे, वो भी अब बाधित हो रहे हैं।
वहीं स्वतंत्रता दिवस की तैयारियों में भी लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।
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