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टोंक

एलईडी से रोशन हुआ शहर, फिर भी नगर परिषद के 80 लाख ज्यादा फुंक रहे हैं

टोंक. शहर भले ही दूधिया रोशनी से सरोबार हो चुका है, लेकिन नगर परिषद बिजली के बिल के नीचे दब गई है।

टोंकMar 07, 2018 / 12:23 pm

Kamal Bairwa

एलईडी

टोंक शहर में नगरपरिषद की ओर से लगाई गई एलईडी लाइटें।

टोंक. शहर भले ही दूधिया रोशनी से सरोबार हो चुका है, लेकिन नगर परिषद बिजली के बिल के नीचे दब गई है। हालांकि जिले की नगर पालिकाओं तथा नगर परिषद का दिसम्बर 2017 से पहले के बकाया बिलों का भुगतान डीएलबी ने कर दिया, लेकिन अब फिर से बिल औसत के आधार पर आया है।
ऐसे में ये बिल खपत से कई गुना अधिक है। परिषद के कर्मचारियों का मानना है कि ये बिल एक करोड़ 20 लाख रुपए होना चाहिए, लेकिन बिल करीब दो करोड़ रुपए का आया है। हालांकि इसे सेलटमेंट में भेजा जाएगा। पहले भी नगर परिषद ने आए बिल से 40 प्रतिशत की कटौती करा कर जमा कराया था।
नगर परिषद ने गत वर्ष रोड लाइटों को हटवाकर एलईडी लगवाई थी। अब तक 9 हजार 300 एलईडी लग चुकी है। जबकि अब भी 4 हजार एलईडी और लगनी है। कर्मचारियों ने बताया कि एलईडी लगने के बाद रोड लाइट की खपत कम होनी चाहिए। 200 वॉट वाली रोड लाइट (मर्करी) 12 घंटे में 2.5 यूनिट खर्च करती है। सात रुपए प्रति यूनिट के हिसाब से प्रतिदिन 20 रुपए प्रति का खर्चा आता है।
जबकि एलईडी 200 वॉट वाली रोशनी जितनी 50 वॉट की एलईडी एक यूनिट ही बिजली खपत करती है। नगर परिषद शहर की सात हजार रोड लाइट का बिजली का बिल पहले सालाना एक करोड़ 50 लाख रुपए का विद्युत वितरण निगम को अदा करती थी। एलईडी लगने के बाद यह खर्च आधा 60 लाख रुपए ही रहना चाहिए था, लेकिन ये कम नहीं हुआ है। बल्कि हाइमास्ट लाइट लगने के बाद बढ़ गया है।
नगर परिषद ने विद्युत वितरण निगम से 43 कनेक्शन लिए हैं। इन कनेक्शनों से अलग-अलग क्षेत्रवार रोड लाइट एलईडी जलाई जाती है। विद्युत वितरण निगम इन कनेक्शनों के बिल नगर परिषद को भेजती है। शहर में सात हजार रोड लाइट के खम्भे हैं। जिन पर 9 हजार 300 रोड लाइट लगाई जा चुकी है।

सआदत अस्पताल में होंगे 275 बेड
टोंक. विधानसभा में टोंक विधायक अजीत मेहता की सआदत अस्पताल को क्रमोन्नत करने की मांग पर राज्य सरकार ने मुहर लगा दी है। विधायक अजीत मेहता ने बताया कि राज्य के चिकित्सा बजट के दौरान जिला अस्पताल में आउटडोर एवं इनडोर मरीजों को भार अधिक रहने की समस्या से अवगत कराया था। बताया था कि जिले से सभी गम्भीर मरीज यहां भर्ती होते हंै। कई मरीजों को बेड की कमी से जूझना पड़ता है।
इसके चलते विधानसभा में सआदत अस्पताल को क्रमोन्नत करने की मांग की गई थी। इस पर राज्य सरकार ने सआदत अस्पताल में 200 से बढ़ा कर 75 बेड का क्रमोन्नत करने की घोषणा की है। इधर, सआदत अस्पताल को क्रमोन्नत होने पर पार्टी कार्यकर्ताओं ने विधायक का आभार जता खुशी जताई है।
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