पिछले पखवाड़े से बांध में निरंतर क्षमता से अधिक पानी आने से गेट खुलने के बाद बनास नदी में पानी की आवक बढ़ी है। स्थिति यह है कि देवली मुख्यालय को जोडऩे वाले राजमहल-बोटूंदा मार्ग के अलावा टोडारायसिंह क्षेत्र को छाण-खरेड़ा मार्ग को छोडकऱ जिला मुख्यालय को जोडऩे वाले सभी मार्ग अवरुद्ध हो गए है।
read more: राजस्थान: SHO समेत कोबरा टीम के 10 जवानों पर मर्डर की FIR, जाने क्या है मामला स्थिति यह है कि चार गेट से पानी छोडऩे के बाद बनास में पानी पूरी गति से बह रहा है। चूली-पालड़ा व नानेर-गहलोद रपटे व बरवास-मेहंदवास मार्ग पर खतरे के निशान 2 से ढाई मीटर से अधिक पानी का बहाव है, जिसके चलते प्रशासन ने हाई अलर्ट जारी करते हुए मार्ग पर आवाजाही बंद कर रखी है।
इधर इंदोकिया, हमीरपुर, नानेर, बावड़ी, रीण्डल्यारामपुरा, मोर, गोपालपुरा, बरवास, छाणबास सूर्या समेत अन्य पंचायतों के दर्जनों गांवों की जिला मुख्यालय से दूरी बढ़ गई है। नदी किनारे उक्त गांवों की दूरी 20-30 किमी. थी। अब उन्हें झिराना-सोहेला या छाण खरेड़ा मार्ग से 50 से 60 किमी. का चक्कर काटकर जाना पड़ रहा है।
read more:चाय बनाते समय सिलेण्डर भभकने से लगी आग, घरेलु सामान व विद्युत उपकरण जलकर हुए राख आवागमन के साधनों के अभाव में यह दूरी तय करना मुश्किल हो गया है। इधर कांग्रेस अभाव अभियोग जिला प्रवक्ता महावीर गुर्जर ने बताया की टोंक के राजस्व व रोजमर्रा कार्यो के अलावा निजी व सरकारी कॉलेज में पढऩे वाले विद्यार्थी व कार्मिकों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट से टोंक विधानसभा क्षेत्र की 11 पंचायतों को टोंक जिला मुख्यालय से जौडऩे के लिए पालडा-बनास रपटे पर पुलिया निर्माण कराने की मांग की है।