तहसील क्षेत्र सहित आस-पास के उपखण्ड के युवाओं की भीड़ वैक्शीनेशन कराने सेंटर पहुंची। कार्मिकों की ओर से एक-एककर अंदर जाकर वैक्शीनेशन कराने की अनुमति देने पर बाहर दर्जनों युवा सोशल डिस्टेंस छोड़ सटकर खड़े हो गए। साथ ही सेंटर के अंदर भी भीड़ लगने लगी। इसी दौरान स्वयं के वैक्शीनेशन कराने आए सरपंच ने थानाप्रभारी नाहरसिंह मीणा से सेंटर पर पुलिसकर्मी भेजने को कहा। मौके पर पहुंचे पुलिसकर्मियों ने युवाओं से समझाइश की।
संक्रमित एवं मरीजों के आधार पर तीन श्रेणी बनाई
देवली. जिला कलक्टर के निर्देशानुसार ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना पॉजिटिव मरीजों व आईएलआई मरीजों की संख्या के आधार पर ग्राम पंचायतों को तीन श्रेणी में निर्धारित किया गया है।प्रशासन ने ए श्रेणी में ऐसी पंचायतों को शामिल किया गया है जिनमें पॉजिटिव व आईएलआई मरीज ज्यादा है। बी श्रेणी में ऐसी पंचायतों को शामिल किया गया है जिनमें पॉजिटिव व आईएलआई मरीज कम है।
सी श्रेणी में ऐसी पंचायतों को शामिल किया गया है जो सुरक्षित जोन में आती है व पॉजिटिव मरीजों की संख्या 2 या कम है व आईएलआई मरीजो की संख्या भी 10 से कम है। ए श्रेणी में राजमहल,देवीखेड़ा(रावता) देवलीगांव, पनवाड़(बासलक्ष्मणा)सावंतगढ, (सेन्दियावास), आवां, घाड़, देवड़ावास, दूनी, नगरफोर्ट तथा देवली शहर, बी श्रेणी में बंथली,निवारिया, गांवड़ी, कासीर, बड़ोली, कनवाड़ा ,चांदली, धुवाकला, जूनिया, डाबरकला,रामसागर ,नासिरदा, थावला ,मालेड़ा, बीजवाड, सीतापुरा, गुराई है, जबकि सी श्रेणी में पोल्याड़ा संथली ख्वासपुरा ,टोकरावास, चन्दवाड ,राजकोट, टोडा का गोठड़ा ,गैरोली ,बालून्दा ,चांदसिहपुरा, हिसामपुर, रतनपुरा, चारनेट पंचायतें है।