scriptvideo: बिना स्वीकृति सरकारी क्वार्टर में बसा लिए ठेका कार्मिकों ने घर | Contract workers to stay in government quarters without acceptance | Patrika News
उदयपुर

video: बिना स्वीकृति सरकारी क्वार्टर में बसा लिए ठेका कार्मिकों ने घर

बिना स्वीकृति सरकारी क्वार्टर में बसा लिए ठेका कार्मिकों ने घर
– बड़ी स्थित टीबी हॉस्पिटल के पीछे हैं आवास

उदयपुरMay 03, 2019 / 10:05 am

Bhuvnesh

बिना स्वीकृति सरकारी क्वार्टर में बसा लिए ठेका कार्मिकों ने घर

बिना स्वीकृति सरकारी क्वार्टर में बसा लिए ठेका कार्मिकों ने घर

भुवनेश पण्ड्या

उदयपुर. बड़ी स्थित सरकारी टीबी हॉस्पिटल के पीछे के हिस्से में बने सरकारी क्वार्टर्स में कई ठेके के कार्मिकों ने अपने घर बसा लिए हैं। कई वर्षों से वे बेरोकटोक बिना स्वीकृति यहां रहते हैं, कई बार हॉस्पिटल प्रशासन ने उन्हें हटाने के प्रयास किए लेकिन वे नाकामयाब रहे। पत्रिका टीम मौके पर पहुंची तो हकीकत ाुलकर सामने आ गई। आठ में से पांच क्वार्टर पर ठेके के कार्मिकों का कब्जा है।
—–
कई कतार में हैं लेकिन ये ााली करें तो मिले
हॉस्पिटल के कई नियमित कार्मिक क्वार्टर के लिए कतार में हैं, लेकिन ये ठेके के कार्मिक ााली करें तो उन्हें क्र्वाटर उपलब्ध हो सकेगा। यहां हॉस्पिटल की एक नियमित कार्मिक महिला ने अपने बहन के बेटे व उसकी पुत्रवधु को ाी अपने प्र ााव से र ाा हुआ है। साथ ही कुछ एेसे ठेका कर्मी यहां रहते हैं और उनके कई परिजन ाी उनके साथ यहां निवासरत हैं।
—–
केस एक: जिसे डिसमेंटल किया उसमें रहने लगे काम करने वाले
बड़ी स्थित टीबी हॉस्पिटल में तो एेसे हाल है कि बगैर अनुमति के कोई ाी व्यक्ति अपनी मर्जी से किसी ाी क्वार्टर में रहने लगे तो ाी स्थानीय प्रशासन को इसकी जानकारी नहीं रहती। यहां कई एसे क्वार्टर है जिसे काफी समय से डिसमेंटल की श्रेणी में लिया गया है। इसके लिए हॉस्पिटल ने सार्वजनिक निर्माण वि ााग को लि ाकर ाी दिया है, बावजूद इसके किसी को ये तक नहीं मालूम कि इन जर्जर क्वार्टर्स में कौन लोग रहने लगे हैं। पत्रिका टीम ने जब जानकारी जुटाई तो पता चला कि कुछ दिनों में हॉस्पिटल में ही एक ावन का निर्माण होना है, निर्माण से जुडे़ कुछ लोग क्वार्टर में रहने लगे हैं। ये क्वार्टर इतने जर्जर और पुराने हैं कि क ाी ाी ार ाराकर गिर सकते हैं। पत्रिका को बातचीत में बताया कि उनका नाम जसवीरसिंह है वे बीकानेर से आए हैं, वहीं डूंगरपुर से आए नरेश ाी वहां निवासरत हैं। इसी प्रकार कुछ अन्य क्वार्टर्स पर ाी कई एेसे लोग रह रहे हैं जिसकी जानकारी हॉस्पिटल प्रशासन को नहीं है।
—–
केस दो

हॉस्पिटल में बतौर स्वीपर कार्यरत गीता बाई ने बताया कि एक क्वार्टर में उनके रिश्तेदार जो ठेके पर कार्यरत है, वे परिवार सहित रहते हैं। उन्हें तो यहां से जाने के लिए किसी ने नहीं कहा है।
केस तीन
ठेके की एक अन्य कार्मिक मंजू बाई ने बताया कि वे कई वर्षों से यहां रहती हैं, उन्हें किसी ने यहां से जाने के लिए कोई नोटिस नहीं दिया, यदि अधिकारी कहेंगे तो वे ााली कर देंगे।
—–
हमने कई बार इन ठेके के कार्मिकों को वहां से हटाने के लिए नोटिस दिए हैं, इसके बाद ाी वे वहां जमें हुए हैं, हॉस्पिटल के कई नियमित कार्मिकों को क्वार्टर की जरूरत रहती है, लेकिन जब ये ठेके वाले ााली करें तो हम उन्हें आवंटित कर सकते हैं। जो जर्जर ावन हैं, उनमें कोई रह रहा है इसकी हमें जानकारी नहीं है। पता करवाते हैं तुरन्त। कुछ वर्ष पहले बगैर अनुमति के रहने वाले एक परिवार के किसी व्यक्ति ने आत्महत्या का प्रयास किया था, तब से हमें ाी डर है कि कही हम किसी परेशानी में नहीं आ जाए।
उषा पालीवाल, नर्सिंग अधीक्षक व प्र ाारी क्वार्टर
टीबी हॉस्पिटल बड़ी, उदयपुर

—–

मुझे इसकी जानकारी नहीं है, यदि एेसा कुछ नियम विपरीत हो रहा है, तो तत्काल दि ावाएंगे। जो जर्जर ावन में इनमें एक नर्सिंग स्टाफ रह रहा है, उसे ााली करने के लिए कहा है। स ाी जर्जर क्वार्टर्स के डिसमेंटल के लिए प्राचार्य को लि ाकर दिया है। ठेके के कार्मिकों को जल्द ााली करवाएंगे।
डॉ जीएस राठी, अधीक्षक
टीबी हॉस्पिटल बड़ी, उदयपुर

Home / Udaipur / video: बिना स्वीकृति सरकारी क्वार्टर में बसा लिए ठेका कार्मिकों ने घर

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो