अनिश्चित कालीन धरने पर बैठे
देवला-कोटड़ा मार्ग क्षतिग्रस्त
अनिश्चित कालीन धरने पर बैठे
कोटड़ा. (उदयपुर). देवला-कोटड़ा सड़क मार्ग लम्बे समय से क्षतिग्रस्त है। शिकायत के बाद भी कोई सुनवाई नहीं होने पर हितरक्षा संस्थान, आदिवासी ग्रामविकास समिति के पदाधिकारी और ग्रामीण उपखंड अधिकारी को ज्ञापन देने के बाद अनिश्चित कालीन धरने पर बैठ गए। बताया कि विगत 15 वर्षों से क्षतिग्रस्त सड़क का डामरीकरण की मांग को लेकर हितरक्षा संस्थान एवं आदिवासी ग्राम विकास समिति ने 15 दिन पूर्व भी उपखंड अधिकारी कोटड़ा को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा था। लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। बताया कि देवला से कोटड़ा उपखंड को जोडऩे वाली उक्त सड़क बीते 15 वर्षों से टूटी है, सड़क पर जगह जगह खड्डे हो चुके है। क्षेत्र में सुविधाओं की कमी है, इसे लेकर विगत कई वर्षों से ग्रामीण संघर्ष कर रहे है साथ ही मूलभूत सुविधाओं के लिए ज्ञापन देकर प्रशासन को अवगत करवा रहे हंै। क्षेत्र के चुने हुए जनप्रतिनिधियों की उदासीनता एवं लापरवाही के कारण क्षेत्र आज भी पिछड़ा हुआ है। वहीं प्रशासन द्वारा भी कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। संस्थान के कार्यकर्ताओं ने अनिश्चित कालीन धरने पर बैठते हुए बताया कि आदिवासी बाहुल्य कोटड़ा उपखंड आज भी मूलभूत सुविधाओं से वंचित है।
यह मांगे भी
कोटड़ा सीएचसी केंद्र पर एक्सरे मशीन होने के बावजूद कर्मचारी नहीं होने से लोगों को एक्सरे करवाने के लिए 125 किमी दूर उदयपुर जाना पड़ता हैं। जो कि असहाय एवं गरीब लोगों के लिए आना जाना महंगा पड़ रहा है। कोटड़ा कस्बे को गुजरात से जोडऩे वाली मुख्य पुलिया जिस पर आना जाना रहता है। विगत 30 वर्षों से क्षतिग्रस्त है, जहां कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। इसका पुनर्निर्माण किया जाए। कोटड़ा उपखंड मुख्यालय होने के बावजूद कस्बे में नालियां नहीं होने से सड़कों पर पानी बहने के कारण गंदगी एवं कीचड़ जमा हो रहा है, जिससे बीमारियां फैलने का खतरा है। कोटडा देवला मार्ग 14 करोड़ की स्वीकृति के बाद भी कार्य शुरू नहीं हुआ है। कोटडा उपखंड और जिले से जोडऩे वाली कोटड़ा से देवला 50 किमी लंबी सड़क वर्षों से क्षतिग्रस्त है जिसके चलते आमजन को समस्याएं हैं। पीडब्ल्यूडी विभाग द्वारा उक्त सड़क कार्य के लिए 14 करोड़ की राशि स्वीकृत कर फरवरी माह में टेंडर निकाले गए लेकिन 5 माह बाद भी अभी तक ठेकेदार एवं पीडब्ल्यूडी विभाग के खींचतान के चलते निर्माण कार्य शुरू नहीं हुआ है।
ये बैठे धरने पर
अनिश्चित कालीन धरने के दौरान हित रक्षा संस्थान के अध्यक्ष हिम्मत लाल तावड़ एवं आदिवासी ग्राम विकास समिति अध्यक्ष चंपा देवी परमार, देवीलाल तराल, किशन पंड्या, नारायण लाल पारगी, सवजी राम खैर, रूपलाल खैर, रामलाल खराड़ी, गुलजारी लाल, सज्जन सिंह, भैरूलाल पारगी, प्रवीण गरासिया, कांतिलाल खैर, सोहनलाल गमार एवं ग्रामीण उपस्थित रहे।
Home / Udaipur / अनिश्चित कालीन धरने पर बैठे