स्थानीय युवाओं की बुद्धिमत्ता का अंदाजा इसी से लगा सकते हैं कि गु्रप के माध्यम से युवा स्थानीय सार्वजनिक समस्याओं का हल तलाशते हैं। वे कार्य विशेष के लिए सरकार की मेहर का इंतजार नहीं करते। गांव में अधिकांश विकास कार्य को लेकर सोशल मीडिया के माध्यम से ही चंदा जुटाया जाता है। बीते एक साल में करीब 6 से 7 नवयुवक मंडल लाखों रुपए चंदा जुटा चुके हैं। साथ ही अधिकांश राशि का उपयोग विकास कार्य में किया गया है। राशि से गांव के स्कूलों में विकास कार्य, मछलियों के लिए पानी व्यवस्था, मन्दिरो में सीसीटीवी कैमरे, बालिका स्कूल में बैठक व्यवस्था के लिए टेबल कुर्सी, तालाब के यहां लाइट्स, सरकारी ओपनवेल के यहां बिजली व्यवस्था, वृक्षारोपण अभियान, मंदिर के रंगरोगन सहित अन्य विकास कार्य हो चुके हैं।
नवरात्र महोत्सव को लेकर हाल में युवा टोली ने डिजिटल इंडिया के माध्यम से करीब पांच लाख रुपए का चंदा इक_ा किया है। ये राशि डिजिटल ट्रांजेक्शन, ऑनलाइन एप्स, गूगल-पे, बैंक अकाउंट के माध्यम से खाते में ट्रांसफर की गई है। खास यह है कि राशि जुटाने के लिए युवाओं ने मौखिक तौर पर किसी से कोई उम्मीद नहीं जताई। बस सोशल मीडिया के माध्यम से इस कार्य को अंजाम दिया। digital india अभी के चंदे से भजन संध्या, गरबा डांस पांडाल, मंदिर के रंग रोगन, सजावट, नौ दिन की प्रसादी, लाइट डेकोरेशन जैसे कार्य में संबंधित राशि का उपयोग होगा।