विजयसिंह कितावत ने बताया कि टीके की सामाजिक रस्म के दौरान थाली में वधू पक्ष ने रस्म के तहत सोने एवं चांदी के आभूषण सहित रकमें पेश की। मगर वर पक्ष ने मात्र 1 रूपया एवं श्रीफल स्वीकार करते हुए वधू पक्ष द्वारा दी गई रकमों को पुन: लौटा दिया। इस वाकये को देख राजपूत समाजजनों ने वर पक्ष की सराहना की।
शराब पर प्रतिबंध
झाला का गुड़ा गांव में हुए शादी समारोह में शराब पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध रहा। कितावत नोबल्स सोसायटी के संस्थापक गोपालसिंह कितावत एवं विजयसिंह कितावत ने बताया कि निर्भया नशामुक्ति नवजीवन ज्योति संस्थान की प्रेरणा से वधू पक्ष ने यह बड़ा निर्णय लेते हुए समाज में जागृति लाने के लिए कदम बढाया।