—————– ऐसे हुआ घटनाक्रम: पार्षद अतुल चंडालिया ने बताया कि सुबह कुछ मरीजों ने आकर बताया कि कोई चिकित्सक केन्द्र पर उपलब्ध नहीं है, किसे दिखाएं, इस पर वह स्वास्थ्य केन्द्र पहुंचे, और उन्होंने वहां जाकर देखा कि चिकित्सक दो दिन से नहीं आ रही। मौजूद चिकित्साकर्मियों ने बताया कि डॉ नीता दो दिन से नहीं आई है। इसे लेकर वे चिकित्सक के विरोध में उतर गए। घटना की जानकारी पर वहां अतिरिक्त सीएमएचओ डॉ रागिनी पहुंची। उन्होंने समझाइश की लेकिन लोग अड़े रहे कि तत्काल डॉ नीता को हटाया जाए। इसके बाद भी डॉ नीता को नहीं हटाया गया, तब वहां बुलावे पर डॉ नीता पहुंची और उन्होंने बताया कि वे बीमार है, फिसलने के कारण उन्हें चोट लगी है, इसलिए नहीं आई थी। इसके बाद लोग नहंीं माने, उन्होंने तत्काल चिकि त्सक को हटाने की मांग नहीं मानने पर स्वास्थ्य केन्द्र के सामने से उठकर वे मुख्य मार्ग पर चक्काजाम करने लगे। सूचना मिलने पर अम्बामाता थानाधिकारी चेनाराम पहुंचे। इसके बाद डिप्टी और एसडीएम भी मौके पर पहुंचे। हालात बेकाबू होने की स्थिति पर सीएमएचओ ने तत्काल डॉ नीता को हटाकर भूवाणा स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र लगा दिया। इसके बाद सभी ने मार्ग छोड़ दिया। शाम को डॉ नीता के समर्थन के लिए कुछ लोग पहुंचे थे, कि उन्हें फिर से लगाया जाए, उन्होंने पार्षद चंडालिया का विरोध भी जताया।
—— पहले बनाई कमेटी, बाद में हटाना पड़ा लगातार अनपुस्थित रहने को लेकर हुए मामले में सीएमएचओ ने पहले तीन सदस्यीय जांच कमेटी बनाई थी, इसमें डॉ रागिनी अग्रवाल, डॉ राघवेन्द्र राय व डॉ राजेन्द्र सोलंकी को रखा गया था, लेकिन बढ़ते दबाव के कारण उसे वहां से हटा दिया गया, फिलहाल वहां किसी को नहीं लगाया गया है, वहां पर कोई चिकित्सक नहीं है।
—- डॉ नीता नौकरी पर समय पर आती नहीं हैं, इस बार भी दो दिनों से नहीं आई थी, जिसकी जानकारी सीएमएचओ को भी नहीं थी। लगातार लोगों की शिकायते आती रहती है, कई बार कहने के बाद भी बदलाव नहीं हुआ तो ये विरोध करना पड़ा। वह बच्चेां के प्रवेश के लिए आय व अन्य प्रमाण पत्रों पर हस्ताक्षर नहीं कर फेरे लगवाती हैं। मेरे साथ वार्ड 55 के पार्षद भगवान खारोल और वार्ड 3 के पार्षद केसरसिंह सिसोदिया भी थे। डॉ कांग्रेस नेता की पुत्री है इसलिए वे कुछ लोग उसका समर्थन कर रहे हैं।
अतुल चंडालिया, पार्षद वार्ड 1 —– मैं बीमार थी, इसलिए नहीं गई थी। हाथ-पैर में फ्रेंक्चर का असर अभी है। पार्षद चंडालिया जान-बूझकर ऐसा कर रहे हैं। वे बिना किसी काम दलगत राजनीति कर रहे हैं। मेरे पिता कांग्रेस से सांसद व विधायक रहे हैं। मैं सुबह 8 से 12 बजे तक तो मरीज देखती हूं इसके बाद कोई हस्ताक्षर के लिए आता है तो एक बजे तक करती हूं, वे बेवजह माहौल बना रहे हैं।
डॉ नीता रोत, चिकित्सक —-
शिकायत पर चिकित्सक को हटाया है, जल्द ही वहां पर निर्णय लेकर किसी ओर चिकित्सक को लगाएंगे। डॉ दिनेश खराड़ी, सीएमएचओ उदयपुर
—–