पीडि़ता का पिता, जो पेशे से निजी बस का चालक है बाजार में खरीदारी करने गया था। पीछे से पीडि़ता की मां और दादी खेत गई थी। जब पीडि़ता रोती हुई उसके घर पहुंची, तो परिजनों को घटना का पता चला। पीडि़ता के परिजनों ने पहले उसे समीप चिकित्सालय में भर्ती करवाया, जिसे बाद में महाराणा भूपाल राजकीय चिकित्सालय के लिए रैफर किया गया। घटना के बाद अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, पुलिस उपअधीक्षक एवं अन्य अधिकारी चिकित्सालय पहुंचे और खैर खबर ली। घटना के बाद थानाधिकारी मय जाप्ते ने मौका मुआयना किया। देर रात तक आरोपी का खुलासा नहीं हो सका।