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सोहराबुद्दीन-तुलसी एनकाउंटर : दिनेश एमएन की वह बात जो हर पुलिसकर्मी में जोश भर देगी

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उदयपुरDec 22, 2018 / 01:26 pm

madhulika singh

dinesh MN

सोहराबुद्दीन-तुलसी एनकाउंटर : दिनेश एमएन की वह बात जो हर पुलिसकर्मी में जोश भर देगी

मोहम्मद इलियास/उदयपुर . बहुचर्चित सोहराबुद्दीन-तुलसी एनकाउंटर मामले में सीबीआई की स्पेशल कोर्ट के अपने अंतिम फैसले में राजस्थान व गुजरात के शेष सभी 22 पुलिसकर्मियों को बरी कर दिया है। इन पुलिसकर्मियों एवं उनके परिजनों ने इस फैसले पर राहत की सांस ली है। मुंबई कोर्ट के आदेश के बाद पूर्व में बरी हुए टीम लीडर आईजी दिनेश एमएन सहित प्रशंसकों ने पूरी टीम को बधाई देते हुए सोशल मीडिया पर ‘जय हिंद’ का नारा बुलंद किया।
यह बोले दिनेश एमएन
मैं बहुत खुश हूं कि हमारे सारे साथी बरी हो गए। महकमे और जनता से मिले प्यार और समर्थन के लिए आभार जताता हूं जिन्होंने मुश्किल घड़ी में हमारा हौसला बनाए रखा। मैं लोगों को विश्वास दिलाता हूं कि अब पहले से ज्यादा जोश के साथ काम करेंगे। — दिनेश एमएन, आईजी इंटेलीजेंस
आपको बता दें कि एनकाउंटर के बाद गुजरात सीआईडी टीम ने आईजी दिनेश एमएन व उनकी टीम को 24 अप्रेल 2007 को गिरफ्तार किया गया। एमएन के साथ पूरी टीम पांच साल तक गुजरात के साबरमती जेल व दो साल तक नवी मुंबई की तलोजा जेल में रहे। अप्रेल 2014 में उन्हें जमानत मिली। गौरतलब है कि मामले में सीबीआई ने भाजपा नेता सहित गुजरात, राजस्थान, आंध्रप्रदेश के आईपीएस सहित 38 लोगों को आरोपी बनाया था।
अभियोजन साबित नहीं कर सका आरोप
न्यायालय ने फैसले में कहा कि इन 22 आरोपियों के खिलाफ अभियोजन पक्ष ने जो आरोप लगाए थे, वे कोर्ट में साबित नहीं हो सके। अभियोजन पक्ष की ओर से पेश साक्ष्यों व गवाहों से यह साबित नहीं हो सका कि वे इस षड्य़ंत्र में शामिल थे। सभी साक्ष्यों को देखते हुए इन्हें बरी किया जाता है।
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पुलिस महकमे में खुशी का माहौल
सोहराबुद्दीन-तुलसी एनकाउंटर मामले में स्पेशल सीबीआई कोर्ट से सभी आरोपियों के बरी घोषित होने पर पुलिस महकमे में खुशी का माहौल है। जिला मुख्यालय के अलावा पुलिस लाइन, थानों व चौकियों पर अधिकारियों एवं जवानों ने जय हिंद का घोष करते हुए खुशी जाहिर की। कहीं पर लड्डू तो कहीं पर बर्फी बंटी। सोश्यल मीडिया पर सत्यमेव जयते के संदेश खूब वायरल हुए।
अन्य रिहा हुए साथी यह बोले

बेगुनाह होते हुए भी हम पिछले 13 साल से न सिर्फ संघर्ष किया बल्कि 7 साल 5 महीने 26 दिन गुजरात के साबरमती जेल और महाराष्ट्र के तलोजा जेल में काटे हैं। यह केस देश की एजेंसियों का किस हद तक आपराधिक दुरुपयोग हो रहा है, इसका एक बहुत बड़ा उदाहरण है। — अब्दुल रहमान, इंस्पेक्टर
किसी से कोई नाराजगी नहीं है। न्यायपालिका पर पूरा भरोसा था। जय हिंद के साथ आमजन में विश्वास एवं अपराधियों में खौफ कायम रखा जाएगा। — हिमांशु सिंह, इंस्पेक्टर

सत्य की जीत का दिन रहा। जिस काम के लिए वर्दी पहनी, उसकी पालना हर कीमत पर करते रहेंगे। जनता का जो प्यार और साथ मिला उसको हम और हमारा परिवार कभी नहीं भूल पाएंगे। — श्यामसिंह, एसआइ, सेमारी थाना
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