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उदयपुर

सुखाडिय़ा विश्वविद्यालय कमजोर, सरकारी शुल्क माफ, लेकिन यहां हो रही जेब खाली

-बेटियों की नि:शुल्क पढ़ाई- कक्षा में बैठकर पढऩे का खर्च माफ, लेकिन दूर से पढ़ाई में भी लग रहा पैसा
– राजकीय कॉलेजों में नहीं लगती ट्यूशन फीस, लेकिन सेल्फ फाइनेंस कोर्स में ले रहे फीस- खुला विश्वविद्यालय में लग रही है राशि

उदयपुरOct 24, 2020 / 09:56 am

bhuvanesh pandya

सुखाडिय़ा विश्वविद्यालय कमजोर, सरकारी शुल्क माफ, लेकिन यहां हो रही जेब खाली

सुखाडिय़ा विश्वविद्यालय कमजोर, सरकारी शुल्क माफ, लेकिन यहां हो रही जेब खाली

भुवनेश पंड्या

उदयपुर. राज्य सरकार ने एक ओर जहां बेटियों की स्नातक और स्नातकोत्तर की ट्यूशन फीस माफ कर रखी है, वहीं दूसरी ओर वद्र्धमान महावीर कोटा खुला विश्वविद्यालय में बेटियों की पढ़ाई का शुल्क लग रहा है। हालांकि सुखाडिय़ा विश्वविद्यालय में जो सरकारी कॉलेज हैं, वहां अधिकांश सेल्फ फाइनेंस पाठ्यक्रमों में बेटियों को पूरा शुल्क चुकाना पड़ रहा है। यानी विश्वविद्यालय सरकार की मंशा के अनुरूप कार्य नहीं कर रहा है। खास बात ये है कि कक्षा में बैठकर पढऩे का पैसा नहीं लग रहा है, जबकि दूर से खुला विवि में पढ़ाई का खर्च लग रहा है। सुविवि प्रशासन कहता है कि यदि ये कोर्स बंद हो जाएंगे तो विवि भी बंद करना पडेग़ा।
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– बजट घोषणा 2019-20 की अनुपालना में शैक्षणिक सत्र 2019-20 से राजकीय महाविद्यालयों में सभी संकायों, कला, वाणिज्य एवं विज्ञान में सभी वर्ग की छात्राओं महिलाओं को प्रवेश के समय लिए जाने वाली राजकीय निधि कोष की राशि माफ क ी गई है। यह राशि तीनों वर्ष और स्नातकोत्तर की मिलाकर करीब 20 से 25 हजार तक होती है। हालांकि सुखाडिय़ा विश्वविद्यालय में छात्राओं की पीड़ा है कि करीब 70 प्रतिशत प्रवेश सेल्फ फाइनेंस स्कीम में हो रहे हैं। ऐसे में सरकार की मंशा के अनुरूप काम नहीं हो पा रहा है।
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सुखाडिय़ा विवि में यहां चल रहे सेल्फ फाइनेंस कोर्स
मैनेजमेंट

– एमबीए एफएसएम
– एमबीए इ कॉमर्स

– बीबीए एन्टरप्रेन्योरशिप
– बीबीए होटल मैनेजमेंट

– बीबीए ट्रेवल एण्ड ट्यूरिज्म मैनेजमेंट
वाणिज्य:

– एमएचआरएम
– एमबीआई
– एमएफसी
– एमआईबी

– बी-वॉक
– बी-कॉम

– बीबीएम
– बी कॉम ऑनर्स


विज्ञान :

– एमसीए
– एएससी आईटी

– बीसीए
– एमटेक जियोलॉजी

– एमएससी स्टेटिस्टिक्स
– बीएससी बायोटेक

– एमएससी माइक्रोबायोलॉजी
– एमएससी बायोटेक
– एमएससी इंडस्ट्रीयल केमेस्ट्री
– बीएससी फॉर सेक्शन

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लॉ:

– बीए एलएलबी
– बीए एलएलबी

– बी कॉम एलएलबी
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बीए:
– बीए 240 सीट्स

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इस विश्वविद्यालय की प्रकृति अन्य विश्वविद्यालयों से भिन्न
दूरस्थ शिक्षा पद्धति होने के कारण राज्य सरकार की बालिकाओं की निशुल्क शिक्षा की योजना को इस विश्वविद्यालय में लागू नहीं किया गया है। इसमें स्नातक स्तर की पढ़ाई के लिए 4 हजार से लेकर 10 हजार तक शुल्क है, वहीं स्नातकोत्तर में अधिकतम करीब 15 हजार तक खर्च आ रहा है।
बजट की परेशानी
सेल्फ फाइनेंस कोर्स इसलिए चला रखे हैं क्योंकि हमारे यहां बजट की परेशानी है। यदि सेल्फ फाइनेंस कोर्स बंद करते है तो विवि बंद करने की नौबत आ जाएगी। हमारी मजबूरी है कि हम सेल्फ फाइनेंस कोर्स चलाएं। वित्तीय संकट से बचने के लिए यह चला रखे हैं। राज्य सरकार कोई राशि नहीं दे रही है। सेल्फ फाइनेंस में गरीब लड़कियों के लिए भविष्य में शुल्क माफ करने पर विचार किया जा सकता है। पूरे प्रदेश में यह एक मात्र विवि है, जिसने 15 प्रतिशत शुल्क सभी का सेल्फ फाइनेंस में माफ किया है।
अमेरिका सिंह, कुलपति, सुखाडिय़ा विवि उदयपुर
काफी कम शुल्क

हमारे यहां काफी कम शुल्क है। इसमें हम पढ़ाई का मटेरियल भी उपलब्ध करवाते हैं। ऐसे में अन्य कॉलेजों की तुलना में तो हमारी फीस बेहद कम है। यहां बेटियों के लिए नि:शुल्क पढ़ाई का सिस्टम नहीं है।
डॉ. रश्मि बोहरा, डायरेक्टर, रीजनल सेंटर उदयपुर वीएमओयू, कोटा

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