गुप्ता ने बताया कि इस संबंध में उन्होंने प्रशासन को पूरे प्रकरण से अवगत कराया और बताया कि अगर मोतीलाल की पत्नी का इलाज समय पर नहीं हुआ तो पत्नी की जान चली जाएगी। तब गुप्ता ने मोतीलाल की पत्नी के इलाज के सारे कागजात उनके रिश्तेदार से ऑनलाइन मंगवाए। उसका कैंसर का इलाज पूर्व में बड़ौदा में हुआ था लेकिन कैंसर फिर से फैल गया। उनके दो बच्चे भी हैं। ऐसे में मोतीलाल की परेशानी देखते हुए तुरंत कोरोना का टेस्ट करवाया और प्रशासन की स्वीकृति पर मोतीलाल को तीसरे दिन ही घर भेज दिया गया। इसके बाद मोतीलाल ने पत्नी का कैंसर का ऑपरेशन कराया और अब पत्नी स्वस्थ है। ऐसे में पूरे परिवार की खुशियां लौट आईं। इस काम में गुप्ता को पर्यटन उपनिदेशक शिखा सक्सेना और एडीएम ओपी बुनकर ने सहयोग किया। वहीं, उदयपुर एयरपोर्ट निदेशक नंदिता भट्ट नेे उनके इस जज्बे को सलाम करते हुए शिक्षक दिवस पर उनके सम्मान में ट्वीट भी किया। सुशील 20 सालों तक राजकीय फतह उच्च माध्यमिक विद्यालय में व्याख्याता रह चुके हैं और इसके बाद राउमावि बामणिया सलूंबर में भी प्रधानाचार्य पद पर रह चुके हैं।