सीकर के अतिरिक्त अन्य कॉलेजों में टीबी, चेस्ट, स्किन, मनोरोग, इएनटी समेत 21 विभागों में एमसीआइ नॉम्र्स के अनुसार नियुक्ति की जा चुकी हैं। अर्जेन्ट टेंपरेरी बेसिस (यूटीबी) के आधार पर नियुक्ति का कार्य चल रहा है। चूरू, पाली, बाड़मेर, डूंगरपुर, भरतपुर एवं सीकर मेडिकल कॉलेजों का निरीक्षण गत नवम्बर में हुआ था जिसका कम्पलाइंस इस्पेंक्शन एमसीआई नियमों के अनुसार अप्रेल 2018 में पुन: निरीक्षण हो चुका है। शैक्षणिक सत्र 2018-19 जल्द शुरू होगा।
READ MORE: नोटबंदी को लेकर गुलाबचंद कटारिया का पहला रिएक्शन कुछ ऐसा था, सुनकर आपको भी यकीन नहीं होगा कि ये गृहमंत्री ने कहा था, देखें वीडियो पुरानी किताबें नहीं, नई से शुरुआत इन मेडिकल कॉलेजों में पुराने जर्नल नहीं मिलेंगे। अपडेट व 2018 के जर्नल से ही पढ़ाई करवाई जाएगी ताकि विद्यार्थियों को किसी भी प्रकार की कोई परेशानी नहीं हो। नवीन मेडिकल कॉलेजों में इटीओ स्ट्रलाइजर अधिकृत एजेन्सी के माध्यम से उपलब्ध करवाने के लिए संबंधित महाविद्यालयों के प्रधानाचार्य एवं नियंत्रकों को निर्देश दिए गए है। इटीओ स्ट्रलाइजर के तकनीकी स्पेसिफिकेशन भी उपलब्ध कराए जा चुके हैं।
एक अगस्त से सत्र शुरू हो जाएगा। सभी नए कॉलेजों में फिलहाल 100-100 सीटें दी गई हैं। हमारे यहां एनोटॉमी के प्रोफेसर आएंगे। फिलहाल चार विभाग की पढ़ाई शुरू होगी। अन्य विभागों का उपचार तो हॉस्पिटल में चल रहा है। लाइब्रेरी तैयार हो चुकी है, कुछ जर्नल्स बकाया है, जो जल्द आने वाले हैं।
डॉ शलभ शर्मा, प्रधानाचार्य व नियंत्रक, मेडिकल कॉलेज डूंगरपुर