श्रीलंका से 3-0 की हार के बाद उसकी नंबर एक की कुर्सी भारत को मिल गई थी और भारत के वेस्ट इंडीज से चौथा मैच ड्रॉ के साथ ही पाकिस्तान ने नंबर वन स्थान पर कब्जा कर लिया। गौरतलब है कि वर्तमान रैंकिंग प्रणाली 2003 में लागू की गई थी। उसके बाद पाकिस्तान शीर्ष पर काबिज होने वाली पांचवीं टीम है।
आईसीसी ने 2003 से क्रिकेट में मुकाबले को और रोमांचक बनाने के लिए रैंकिंग सिस्टम की शुरुआत की थी। रैंकिंग आने के कारण टीमों के बीच की प्रतिस्पर्धा और ज्यादा बढ़ी। जून 2003 के बाद से हर महीने या हर टेस्ट सीरीज के बाद आईसीसी टेस्ट टीम रैंकिंग को अपडेट करती है और पिछले 13 सालों में भारत, ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण अफ्रीका, इंग्लैंड और पाकिस्तान टॉप टेस्ट टीम बन चुकी हैं।
हर सीरीज के बाद टीमों को पॉइंट मिलते हैं और कुल खेले गए मैचों से उसको भाग देकर रेटिंग पॉइंट निकाला जाता है। 1 अप्रैल को शीर्ष पर रहने वाली टीम को आईसीसी हर साल आईसीसी टेस्ट चैंपियनशिप की गदा प्रदान करती है और इसके अलावा उन्हें 1 मिलियन डॉलर का नकद इनाम भी मिलता है।
इंग्लैंड के खिलाफ हालिया टेस्ट सीरीज ड्रॉ करवाने और भारत के वेस्टइंडीज के खिलाफ चार मैचों में 2-0 की जीत के बाद पाकिस्तान पहली बार टेस्ट रैंकिंग में टॉप पर पहुंची है। इससे पहले उसकी सर्वश्रेष्ठ रैंकिंग दो थी जो उसने हाल के दिनों के अलावा नवंबर 2015 में यूएई में इंग्लैंड पर 2-0 से जीत के बाद हासिल की थी। वैसे पाकिस्तान को शीर्ष पर बने रहने के लिए लगातार अच्छा प्रदर्शन करा होगा।
भारत अब सितंबर माह में अपने घरेलू सीजन की शुरुआत करेगा और अगले साल फरवरी मार्च में आॅस्टेलिया के भारत दौरे तक 13 टेस्ट मैच खेलेगा। अपनी जमीन पर टीम इंडिया के बेहतर प्रदर्शन को देखते हुए उसके नंबर वन रैंकिंग पर पहुंचने की संभावनाएं ज्यादा हैं।
घरेलू जमीन पर भारत का न्यूजीलैंड, इंग्लैंड और आॅस्ट्रेलिया के विरुद्ध वेहतरीन प्रदर्शन करता रहा है। इसके अलावा टीम इंडिया को एक टेस्ट बांग्लादेश के साथ भी खेलना है। भारत के वो 21 महीने
भारतीय टीम नवम्बर 2009 में नंबर 1 टेस्ट टीम बनी थी और अगस्त 2011 तक उन्होंने इस स्थान पर कब्ज़ा बनाए रखा। इसी दौरान भारतीय टीम ने एकदिवसीय विश्व कप भी जीता था और गैरी कर्स्टन के रूप में भारत को एक बेहतरीन कोच मिले थे।
2009 में भारत ने श्रीलंका को हराकर नंबर 1 की जगह हासिल की थी और 2011 में इंग्लैंड के खिलाफ 4-0 की करारी हार के बाद उन्हें ये स्थान गंवाना पड़ा था। नंबर 1 टीम इंडिया के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी थे और इस टीम में सचिन तेंदुलकर, राहुल द्रविड़, वीवीएस लक्ष्मण, ज़हीर खान और हरभजन सिंह जैसे महान खिलाड़ी शामिल थे। इन 21 महीनों के दौरान भारत ने इंग्लैंड में हारने से पहले एक भी सीरीज नहीं गंवाई। उन्होंने बांग्लादेश और वेस्टइंडीज को उनके घर में और ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड को भारत में हराया था।