निशुल्क दवा घर में फार्मासिस्ट अखिलेश शर्मा ने 609 तरह की दवाएं वर्तमान में उपलब्ध होने की बात कही। साथ ही बीपी की दवा लंबे समय से उपलब्ध नहीं होने से रोगियों की परेशानी बताई। इसके बाद जननी सुरक्षा वार्ड, ऑपरेशन थिएटर में जानकारी लेकर मौजूद चिकित्साकर्मियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
सहकारी दवा घर पर नहीं मिला संचालक, फोन पर लताड़ा
चिकित्सालय निरीक्षण के बाद एसडीएम चुंडावत चिकित्सालय परिसर में स्थित उपभोक्ता भंडार द्वारा संचालित सहकारी दवा घर पर पहुंचे। लेकिन वहां सहकारी दवा घर संचालक मनोज डूंगरवाल मौजूद नहीं था। इसके बाद वहां मौजूद कर्मचारियों ने दूरभाष पर एसडीएम से बात करवाई तो एसडीएम ने संचालक को लताड़ा और अगली बार अनुपस्थित मिलने पर कार्रवाई की बात कही।
इनका कहना है
कानोड़ पहुंचकर चिकित्सालय का निरीक्षण किया। जहां सफाई व्यवस्था बिगड़ी हुई थी। वहीं कुछ चिकित्सक व कर्मचारी भी अनुपस्थित मिले। उनके खिलाफ रिपोर्ट बनाकर संबंधित विभाग को भेजी गई है। साथ ही रोगियों को चिकित्सालय में मिलने वाली सुविधाओं के बारे में भी जानकारी ली।
-पर्वत सिंह चुंडावत, उपखंड अधिकारी, भींडर