मेवाड़ के पूर्व राजघराने के सदस्य विश्वराजसिंह मेवाड़ ने कुछ बदलावों के बाद फिल्म को रिलीज करने की सूचना पर सेंट्रल बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन के प्रसून जोशी को ई-मेल भेजकर आपत्ति दर्ज कराई है। सेंसर बोर्ड के रवैये को उन्होंने अव्यावहारिक और अनैतिक बताया है। मेवाड़ ने अपने पत्र में कहा कि फिल्म के लिए बनाई गई कमेटी की बैठक में उन्हें भी आमंत्रित किया गया था लेकिन वे इस बैठक में शामिल नहीं हुए। न तो उन्होंने और ना ही उनके पिता महेंद्रसिंह मेवाड़ ने ये फिल्म देखी है। ये फिल्म उनके परिवार पर आधारित है।
सूत्रों का कहना है कि तीनों ने ही फिल्म में दर्जनों आपत्तियां जताई हैं। फिल्म 1 दिसंबर को रिलीज होनी थी, लेकिन विवादों के चलते रिलीज नहीं हो सकी थी। शनिवार को भी स्थिति स्पष्ट नहीं हुई है कि फिल्म कब रिलीज होगी।
प्रो. कपिल कुमार, इग्नू
तीन विशेषज्ञों की कमेटी को फिल्म दिखाना सकारात्मक पहल है। सेंसर बोर्ड के सुझाव निर्माता मानेंगे या नहीं, यह स्पष्ट नहीं है। इसलिए अभी कुछ कहना जल्दबाजी होगी। सेंसर बोर्ड ने 9 लोगों को बुलाया था और अभी केवल 3 लोगों ने फिल्म देखी है। शेष 6 लोगों को भी फिल्म दिखाई जानी चाहिए। वरना रिलीज नहीं होने देंगे।
-लोकेंद्र सिंह कालवी, करणी सेना