ऐन वक्त तक जांचे जाएंगे वाटर हॉल
वन विभाग की ओर से इन दिनों निर्धारित जल स्रोतों का सर्वे करवाया जा रहा है। यह सर्वे गणना से ठीक पहले तक होता है ताकि कहीं किसी वाटर हॉल में पानी नहीं होने पर उसे भरा जा सके या फिर वाटर हॉल की सूची से हटाया जा सके। एक अनुमान के मुताबिक इस बार उदयपुर के तीनों डिविजन में लगभग 220 वाटर हॉल पर वन्यजीव गणना की जाएगी। जिसमें सज्जनगढ़, जयसमंद और फुलवारी की नाल अभयारण्य (सेंचूरी) व अमरखजी लेपर्ड कंजर्वेशन रिजर्व भी शामिल हैं।
वनकर्मियों को दिया प्रशिक्षण
उदयपुर जिले के तीनों वन मंडल के करीब डेढ सौ कार्मिकों को यहां ओटीएस में वन्यजीव गणना का प्रशिक्षण दिया जा चुका है। मुख्य वन संरक्षक सुनील चिद्री की अध्यक्षता में आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रम में वन्यजीव विशेषज्ञ डॉ. सतीश शर्मा ने वाटर हॉल पर बैठने वाले वनकर्मियों को गणना को लेकर तकनीकी जानकारियां दी। इस दौरान उपवन संरक्षक उत्तर अजय चित्तौड़ा, उपवन संरक्षक उदयपुर मुकेश सैनी व उपवन संरक्षक वन्यजीव देवेंद्र कुमार तिवारी सहित विभागीय अधिकारी मौजूद रहे।
पश्चिमी विक्षाभ सक्रिय होने से स्थगित करनी पडी थी गणना
पिछले वर्ष 5 मई को बुध पूर्णिमा के दिन वन्यजीव गणना होनी थी। लेकिन इससे पहले मार्च और अप्रेल माह में लगातार पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने से जगह-जगह पानी भर गया। ऐसे में वन्यजीव गणना स्थगित कर 4 जून 2023 को जेष्ठ पूर्णिमा पर गणना के निर्देश जारी किए गए। लेकिन इससे पहले प्री मानसून बारिश होने के कारण इस दिन भी गणना नहीं हो पाई।
फैक्ट फाइल
23 मई को सुबह 8 बजे से 24 को सुबह तक होगी गणना
220 करीब वाटर हॉल पर होगी वन्यजीव गणना
100 से अधिक फोटो ट्रैप कैमरा का पहली बार उपयोग
145 वनकर्मियों को दिया गणना का प्रशिक्षण