जिला प्रशासन के अनुसार भगवान नागचंद्रेश्वर के दर्शन के लिए करीब तीन लाख भक्तों के उज्जैन मंदिर आने का अनुमान है। लेकिन शहर में आए भक्तों की संख्या को देखते हुए यह अनुमान कम लग रहा है. जानकारों के अनुसार इस बार कम से कम 5 लाख भक्त दर्शन करने आएंगे. सोमवार को भगवान महाकाल की सवारी संपन्न होने के बाद भक्तों को दर्शन की कतार में प्रवेश दिया गया। हरसिद्धि चौराहा से दर्शनार्थियों की तीन कतार बनाई गई है।
एक कतार सामान्य दर्शनार्थी के लिए है। दूसरी कतार में लगकर शीघ्र दर्शन टिकट वाले दर्शनार्थी लगे हैं। तीसरी कतार दर्शन के बाद मंदिर से बाहर आने वाले दर्शनार्थियों की है। कलेक्टर ने कहा है कि इस बार मंदिर के आसपास तीन ओर के हिस्से में निर्माण कार्य चल रहे हैं। ऐसे में एक ओर के हिस्से में ही संपूर्ण दर्शन व्यवस्था संचालित की जानी है। प्रशासन ने सीमित स्थान में भी भक्तों की सुविधा के लिए बेहतर इंतजाम किए हैं।
ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर के शिखर पर स्थित भगवान नागचंद्रेश्वर मंदिर के पट एक साल में केवल एक बार नागपंचमी पर ही खुलते हैं. सोमवार रात 12 बजे पट खुलने के बाद महानिर्वाणी अखाड़े के सान्निध्य में कलेक्टर आशीष सिंह, एसपी सत्येंद्रकुमार शुक्ला आदि पूजा-अर्चना करेंगे। इसके बाद ही रात करीब 12.40 बजे से भक्तों को दर्शन के लिए मंदिर में प्रवेश दिया जाएगा। भक्तों को पहली बार फुटओवर ब्रिज के रास्ते नागचंद्रेश्वर मंदिर में प्रवेश दिया जाएगा। भक्तों को लगातार 24 घंटे भगवान के दर्शन कराए जाएंगे। इस दौरान त्रिकाल पूजा भी की जाएगी।