प्रदर्शन करते तहसील मुख्यालय पहुंचे, जहां पर कांग्रेस नेताओं एवं कार्यकर्ताओं ने नारे लगाए।
उज्जैन•Mar 13, 2018 / 07:36 pm•
Lalit Saxena
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महिदपुर. ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष हीरालाल आंजना के नेतृत्व में सैंकड़ों की तादाद में कांग्रेस जन अंबेडकर चौक पर एकत्रित हुए एवं प्रदर्शन करते तहसील मुख्यालय पहुंचे, जहां पर कांग्रेस नेताओं एवं कार्यकर्ताओं ने नारे लगाए।
ब्लॉक कांग्रेस प्रवक्ता अशोक बुरड़ ने बताया वक्ताओं ने अपने उद्बोद्धन में मप्र शासन एवं जिला प्रशासन के खिलाफ आक्रोश व्यक्त किया। कांग्रेस नेताओं ने कहा कि जनता को गंदा एवं बदबूदार जलप्रदाय उज्जैन नगर निगम द्वारा किया जा रहा है जिसको लेकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं और पार्षदों द्वारा नगर निगम के खिलाफ रोष व्यक्त किया गया था। शासन की रीति-नीति एवं गुंडागर्दी के खिलाफ कांग्रेस हमेशा सघर्ष करेंगी। जब महापौर मीना जोनवाल जनप्रतिनिधियों से मुलाकत नहीं करती है एवं आंदोलनकारियों से भेट करना भी मुनासिब नहीं समझा गया तो फिर उनका अपमान एवं जातिसूचक शब्दो का उपयोग का आरोप निराधर होकर सत्य से परे है। कांग्रेसजनों ने मप्र शासन से दर्ज झुठे मुकदमें वापस लेने की पुरजोर मांग की है। रैली एवं ज्ञापन देते समय हीरालाल आंजना, सरदारसिंह चौहान, धारासिंह जाट बरुखेड़ी, दिनेश जैन बोस, वरिष्ठ कांग्रेस नेता कैलाश सूर्यवंशी, अशोक नवलखा, फतेहसिंह सुमराखेड़ा, मांगीलाल कुमावत, रमेश परमार, रीता बडग़ुर्जर, अरुण बुरड, अशोक पाठक, बालाराम जाट, रतनलाल गुजराती, मयाराम आंजना, हाकमसिंह गोराना, रणछोड़ चौधरी, बाबा नागोरी, रमेशसिंह साकलिया, रामसिंह काका, बलवंत राठौर, महेन्द्र आंजना, विक्रमसिंह रूदाहेड़ा, शेरसिंह राजपूत आदि प्रमुख रूप से उपस्थित थे। ज्ञापन का वाचन जिला कांग्रेस महामंत्री अनिल आंचलिया ने किया एवं अनुविभागीय अधिकारी को राज्यपाल के नाम ज्ञापन जिला कांग्रेस महामंत्री नरेश शर्मा एवं साथियों द्वारा दिया गया। आभार कूदूश कुरैशी ने माना।
…इधर नागदा में प्रदेश कांग्रेस नेता ने किया विरोध
नागदा ञ्च पत्रिका. जिला मुख्यालय उज्जैन में गत दिनों नगर निगम के पार्षद दल द्वारा किए आंदोलन में पुलिस द्वारा दर्ज किए गए प्रकरण का विरोध प्रदेश कांग्रेस महासचिव दिलीपसिंह गुर्जर ने किया। गुर्जर ने जारी एक प्रेस बयान में कहा कि एक और तो भारतीय जनता पार्टी की सरकार जनता को मूलभूत सुविधाएं तक उपलब्ध नहीं करवा पा रही है, वहीं पीने के पानी की मांग करने वाले नेताओं पर झूठा प्रकरण दर्ज करवा कर लोकतंत्र में विरोध करने के अधिकार का भी हनन किया जा रहा है, जिससे भारतीय जनता पार्टी का तानाशाही चेहरा भी सामने आ गया है तथा आम जनता की समस्या को उठाना भी भाजपा के राज में अपराध हो गया है।