फिल्मी स्टाइल में बनाई गैंग
लोगों के बीच दहशत फैलाकर पैसा कमाने के लिए उज्जैन के नए लड़कों ने फिल्मी स्टाइल में गैंग बना डाली। यह गैंग फेसबुक से ऑपरेट होती थी। गैंग सदस्यों ने शहर में कई बड़े अपराधों को अंजाम दिया और जल्द ही नए अपराध की योजना भी बना रह थे, लेकिन पिछले दिनों में एकाएक विभिन्न थाना क्षेत्रों में तोडफ़ोड़ और बिना किसी कारण के अनजान लोगों पर हमले की घटनाओं ने पुलिस को हिला दिया।
पुलिस की सक्रियता से पकड़ाई गैंग
चुनाव के पूर्व पुलिस ने बढ़े अपराध के बाद सक्रियता दिखाई। तो गैंग पुलिस की नजर में आ गई। इसके बाद पुलिस ने लूट की योजना बनाते हुए गैंग के सदस्यों को पकड़ा। पुलिस ने गैंग के 15 सदस्यों को गिरफ्तार किया। दो सदस्य फरार हैं। इन लोगों से पुलिस ने हथियारों का जखीरा बरामद भी किया है। बता दें कि गैंग का सरगना दुर्लभ कश्यप खुद को कुख्यात बदमाश हेंमत वाडिया उर्फ बोखला के उत्तराधिकारी के रूप में प्रस्तुत कर रहा था। वर्तमान में गैंग के सभी सदस्य 25 साल से कम उम्र के हैं। कुछ नाबालिग भी इनसे जुड़े हैं। एसपी के अनुसार दस्तावेजों से इनकी उम्र की जांच हो रही है।
फेसबुक से लेते थे धमकाने की सुपारी
गैंग के दुर्लभ कश्यप का फेसबुक पर स्टेट्स है कि वह कुख्यात बदमाश, हत्यारा और अपराधी है कोई सा भी विवाद करना हो, तो सम्पर्क करें। इसी के साथ इन लोगों की प्रोफाइल पर हथियारों के साथ पोस्ट, धमकाने और दहशत फैलाने वाली पोस्ट डली है। एसपी सचिन अतुलकर के अनुसार पूछताछ में सामने आया है कि यह लोग पैसे लेकर लोगों को धमकाने और हमला करने का काम करते थे।
जेल तक की फोटो पोस्ट की
गैंग के लोगों की फेसबुक आइडी का संचालन करने के लिए भी एक टीम बना रखी है। जो दहशत फैलने वाली पोस्ट करती है। इस आइडी से जेल में बंद लोगों की भी फोटो पोस्ट हुई है। हालांकि पुलिस ने उक्त बात का स्पष्ट जबाव नहीं दिया। वह सभी फोटो की जांच की बात कर रही है।
इन वारदातों को दिया अंजाम
4 अक्टूबर – अंकपात मार्ग पर सोलंकी होटल के सामने भूपेंद्र पिता देवीचरण पर जानलेवा फायर।
4 अक्टूबर – दुर्गा कॉलोनी में फायर। मनीष मीणा व उसके साथियों पर हमला।
8 अक्टूबर – अवंतिपुरा में तोडफ़ोड़। शुभम पिता प्रहलाद पर हमला। इसी के साथ पूर्व में कई अन्य वारदातों में इनके नाम आ रहे हैं।
पकड़े गए आरोपी
लक्की बंसल, रितेन्द्र सिंह जौदान, राहुल माल, शंकर खरे, रोहित इकले, सूरज नरवले, अमन मालवीय, गोलू उर्फ शाईन खान, आदित्य चावडे, रोहित मालवीय, रोहित शोकटिया, अंकित गेहलोत, नितेश कनौजिया, मीतू उर्फ कुशाग्र सोनी, दुर्लभ कश्यप, फरार आरोपी राहुल कलोलिया, अनुराग पण्ड्या।
हथियार हुए बरामद
एक देशी कट्टा, पांच पिस्टल, पांच तलवार, आठ चाकू, एक फायर किया हुआ राउण्ड, प्वाइंट 22 के चार राउण्ड।
माथे पर टीका, आंखों में काजल
अपराध की दुनिया में कदम रखने वाले नए लड़कों ने अपनी गैंग का ड्रेस कोड भी निर्धारित किया। सभी लोग माथे पर गोल टीका लगाते थे। साथ ही आंखों में काजल, गले में ब्लेक कलर का कपड़ा डालते थे। यह सभी बड़े बाल भी रखते थे। खुद की लाइफ स्टाइल को काफी अलग कर रखा था। यह हर तरह का नशा भी करते हैं। हालांकि अपराध करते समय यह किसी भी प्रकार का नशा नहीं करते थे।
जेल में गैंग का मुख्य सरगना
बदमाश हेमंत वाडिया उर्फ बोखला पर विभिन्न धाराओं में अपराध दर्ज हैं। वह जेल में बंद है। उसी के संरक्षण और मदद से दुर्लभ ने गैंग तैयार की। वह फेसबुक से नए-नए लड़कों को जोड़ता था। साथ ही उन्हें अपराध में शामिल करता था। लोगों को फरारी कटवाने के लिए एक फार्म हाउस सहित अन्य जगह भी इन लोगों के पास थी। गैंग के सदस्य हमेशा एक साथ रहते थे।