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उज्जैन

ऐसे कैसे हराएंगे हम कोरोना को…. पुलिस को ही चकमा देकर दूसरी सीमा से शहर में प्रवेश कर रहे लोग

बाहर से आने वाले लोगोंं पर पुलिस की कमान ढीली

उज्जैनApr 06, 2020 / 12:18 am

Mukesh Malavat

How will we defeat Corona .... People entering the city from the other

बाहर से आने वाले लोगोंं पर पुलिस की कमान ढीली

नागदा. लॉकडाउन के दौरान लोग नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं। लोग बदस्तूर यहां वहां घूूम रहे हैं। उधर, सबसे बड़ा संकट उन लोगों से हैं, जो तमाम बंदिशों के बाद भी दूसरे जिलों से आ रहे हैं। इन लोगोंं के आने का सिलसिला रूकने का नाम ही नहीं ले रहा है। ये लोग रात को सीमा क्रॉस करते हुए शहर में प्रवेश कर रहे है। यहां अब तक राजस्थान की सीमा क्रॉस करते हुए एवं इंदौर सहित अन्य जगह से सैकड़ों लोग पुलिस की बिना नजरों में आए अपने घर पहुंच चुके है। विडंबना यह है कि इनमें से अधिकांश की न तो जांच हुई है और न ही ये लोग खुद चिकित्सक के पास पहुंचकर जांच कराना पसंद कर रहे हैं, जबकि पुलिस प्रशासन को ऐसे लोगों पर रोक लगाने के लिए शहर की प्रवेश सीमा पर चेकिंग पाइंट लगाना था लेकिन अब तक नहीं लगाए गए, जो लगाए भी गए वो शहर की सीमा में है। ऐसे में अन्य शहरों से आने वालों को कैसे रोका जा सकता है। ऐसे में कहा जा सकता है कि ऐसे लोगों की वजह से लॉकडाउन न चाहते हुए भी असफल हो जाएगा।
यह बेहतर है कि फिलहाल कोरोना वायरस जैसी गंभीर बीमारी से शहर अभी अछूता हैं, लेकिन जिस तरह से लोगों के आने का सिलसिला चल रहा है। ऐसे में नहीं लगता कि ज्यादा लंबे समय तक यह स्थिति कायम रहे। शहरवासियों का कहना है कि जब इंदौर में कफ्र्यू के हालात है तो आखिरकार सीमा को क्रॉस कर कोई आसानी से शहर में कैसे आ जाता है, क्योंकि पुलिस-प्रशासन ने शहर में प्रवेश पर अब तक कोई चेकिंग पाइंट नहीं लगाया है। शनिवार को भी स्टेट हाइवे 17 से सैकड़ों वाहन क्रास होकर निकले, जिसमें से कई वाहनों ने शहर में भी प्रवेश किया, लेकिन पुलिस प्रशासन को इस बात की जानकारी नहीं है। ऐसे में कोरोना से निपटना मुश्किल भरा हो गया है। बता दे कि शहर में अन्य राज्यों एवं जिलों से लोगों के प्रवेश के कारण दहशत की स्थिति निर्मित होने पर रविवार को पत्रिका टीम ने स्टेट हाइवे 17 पर ग्राउंड रिपोर्ट तैयार की। इस दौरान निगरानी में यह सामने आया है कि अनुमान लगाया जाए तो सुबह से लेकर रात तक 200 से अधिक वाहनों का आवागमान हो रहा है। इनमें से कई वाहन शहर में भी प्रवेश कर रहे है लेकिन प्रशासन को इस बात की भनक नहीं है। यदि होती तो स्वास्थ्य विभाग के पास जांच के आंकड़े होना चाहिए थे लेकिन शून्य है।
दिखावे की सख्ती बरत रहा प्रशासन
वैसे तो वाहनों को कफ्र्यू में छूट के बाद पूरी तरह प्रतिबंधित कर दिया है। इसमें केवल आवश्यक सेवाओं के लोगों को राहत दी गई है, जिसमें पुलिस-प्रशासन, मीडिया, पेट्रोल पंप कर्मचारी सहित ऑनडयूटी कर्मचारी शामिल है। उसके बावजूद भी दिनभर सड़कों पर बिना वजह घूमते बाइक सवार देखे जा सकते है। जब-जब समाचार पत्रों में लॉकडाउन में लापरवाही का समाचार प्रकाशन होता है तो अधिकारी सड़कों पर सख्ती बरतने लिए निकल आते है। रविवार को भी मंडी थाना प्रभारी श्यामचंद्र शर्मा इस तरह एक्शन मूड में आए कि हर किसी को लठ फटकार कर घरों की ओर रवाना किया। कुछ घंटों बाद फिर शहर की सड़़कों पर बिना वजह घूमने वाले वाहनों का आवागमन देखा गया है। कुल मिलाकार प्रशासन को दिखावे की सख्ती बरतने की बजाय प्लानिंग कर लोगों पर अंकुश लगाने की आवश्यकता है।

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