राघव पंडित दास ने बताया भगवान जगन्नाथ स्नान यात्रा के बाद से बीमार हैं। भरतपुरी स्थित इस्कॉन मंदिर में उन्हें उपचार दिया जा रहा है। 3 जुलाई को भगवान जगन्नाथ स्वस्थ हो जाएंगे। 4 जुलाई को बलभद्र व बहन सुभद्रा के साथ रथ पर सवार होकर भक्तों को दर्शन देने निकलेंगे। बुधवारिया चौराहा से अपराह्न 4 बजे जगन्नाथ रथ यात्रा निकलेगी। इसके पहले दोपहर एक बजे से धार्मिक अनुष्ठान के बाद 1.30 बजे रथ की पूजा की जाएगी। रथयात्रा कंठाल, नई सड़क, फव्वारा चौक, दौलतगंज, मालीपुरा, देवास गेट, चामुंडा माता मंदिर से ओवर ब्रिज होते हुए टावर, तीन बत्ती चौराहा, देवास रोड होते हुए इस्कॉन मंदिर के पीछे बनाए जा रहे गुंडिचा पहुंचेगी। रथयात्रा में हाथी, तुरही वादन, बैलगाडिय़ों में भगवान की झांकी, भक्तों की कीर्तन मंडली, प्रसाद वितरण वाहन, एंबुलेंस भी शामिल रहेगी। आखिरी में सड़क पर फैले कचरे को समेटने के लिए भक्तों का समूह चलेगा। पीआरओ पंडित राघवदास के अनुसार यात्रा मार्ग में 125 स्थानों पर संगठनों द्वारा रथयात्रा का स्वागत किया जाएगा।
खाती समाज: 20 स्थानों से आएंगे रथ
खाती समाज की रथ यात्रा भव्य पैमाने पर निकाली जाने की तैयारी है। यात्रा में भगवान जिस रथ में विराजेंगे, उसके अलावा राऊ, नीमच, मंदसौर, देवास सहित करीब 20 स्थानों से रथ शामिल होंगे। झांकियों के साथ अखाड़े, भजन मंडलियां आदि शामिल होंगे। समाज के तीन भजन गायक जितेंद्र पटेल, जया पटेल और अरविंद चौधरी रथ यात्रा के दौरान बैंड पर मधुर प्रस्तुतियां देंगे। यह शहर की सबसे पुरानी रथयात्रा है। कार्तिक चौक स्थित जगदीश मंदिर से यह यात्रा 4 जुलाई को निकाली जाएगी, जिसमें प्रदेशभर से समाजजन शामिल होंगे।