script3 माह में ही आ गए 47 करोड़ रुपए, सालभर में दोगुना हुआ दान, महाकाल का भरा खजाना | Mahakal's donation of Rs 47 crore in 3 months | Patrika News

3 माह में ही आ गए 47 करोड़ रुपए, सालभर में दोगुना हुआ दान, महाकाल का भरा खजाना

locationउज्जैनPublished: Feb 07, 2023 10:41:22 am

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deepak deewan

महाकाल लोक बनने के बाद बाबा महाकाल के खजाने में खूब इजाफा हुआ है। तीन माह में इतना दान मिला, जो वर्षभर में नहीं मिला। 2021 की तुलना में 2022 में दोगुना से ज्यादा दान आया है।

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बाबा महाकाल के खजाने में खूब इजाफा हुआ

उज्जैन. श्री महाकाल लोक बनने के बाद बाबा महाकाल के खजाने में खूब इजाफा हुआ है। तीन माह में इतना दान मिला, जो वर्षभर में नहीं मिला। 2021 की तुलना में 2022 में दोगुना से ज्यादा दान आया है। इसका सबसे बड़ा कारण महाकाल लोक है। महाकाल लोक बनने के बाद से श्रद्धालुओं की संख्या में बढ़ोतरी हुई तथा शनिवार, रविवार में तो यह संख्या तीन गुनी हो गई।
प्रशासक संदीप सोनी ने बताया, मंदिर समिति को 2021 में 22.13 करोड़ दान मिला था। 2022 में यह 46.51 करोड़ पहुंच गया। सबसे ज्यादा आखिरी तीन माह में 22.50 करोड़ मिले। श्रद्धालुओं की संख्या भी बढ़ गई है।
महाकाल मंदिर में वैसे तो प्रतिदिन श्रद्धालुओं का तांता लगा रहता है, लेकिन शनिवार से सोमवार तक भीड़ ज्यादा रहती है। वहीं छुट्टियों और पर्व-त्योहारों के दिनों में सबसे ज्यादा लोग यहां आए। क्रिसमस, नववर्ष पर सबसे ज्यादा श्रद्धालुओं ने दर्शन किए। सबसे ज्यादा दान 7, 8 और 9 जनवरी को 78 लाख और लड्डू प्रसादी से 49 लाख 98 हजार रुपए मिले हैं। इसके अलावा शीघ्र दर्शन से प्रति व्यक्ति 250 रुपए, भस्मआरती दर्शन में 200 रुपए प्रति व्यक्ति, गर्भगृह दर्शन में 1500 रुपए दो श्रद्धालुओं से दान मिलता है।
लगातार बढ़ा दान राशि का ग्राफ
प्रशासक सोनी ने बताया कि 11 अक्टूबर के बाद से दान में 60 से 70 प्रतिशत का इजाफा हुआ है। 2021 के अक्टूबर, नवंबर, दिसंबर के दौरान 14 करोड़ रुपए का दान मिला था। इसमें लड्डू प्रसादी शामिल नहीं है। वहीं, 2022 में इन्हीं तीन महीनों में 22.50 करोड़ रुपए मंदिर को मिले हैं। इसमें शीघ्र दर्शन, नंदी हॉल, पूजन, विभिन्न भेंट पेटी से आया दान शामिल है। इसमें भी लड्डू प्रसादी शामिल नहीं है।
प्रशासक संदीप सोनी के अनुसार मंदिर समिति को 2021 में 22 करोड़ 13 लाख का दान प्राप्त हुआ था, जो 2022 में बढक़र 46 करोड़ 51 लाख रुपए पहुंच गया। इनमें से सबसे ज्यादा आखिरी तीन महीने में 22 करोड़ 50 लाख रुपए मिले हैं। श्रद्धालुओं की संख्या बढक़र करीब डेढ़ लाख से लेकर ढाई लाख तक पहुंच गई है। श्रद्धालु भी किसी न किसी रूप में मंदिर में दान करके जाते हैं। वहीं, दिसंबर के अंतिम दिनों में शनिवार से सोमवार को दो से ढाई लाख श्रद्धालु उज्जैन पहुंचे हैं। प्रति सप्ताह औसत देखें, तो करीब डेढ़ लाख श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। महाकाल मंदिर में यह दान शीघ्र दर्शन, दान पेटी, जल अर्पण काउंटर से बढ़ा है।
https://youtu.be/jbWgWomrPew
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