इस बार कोरोना के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए महाशिवरात्रि पर प्री-बुकिंग के आधार पर ही दर्शन व्यवस्था की जाएगी। निर्धारित समय के बाद आने वाले दर्शनार्थियों को प्रवेश नहीं मिलेगा। महाकाल मंदिर में महाशिवरात्रि उत्सव की तैयारियां आरंभ हो चुकी हैं। हालांकि अभी रूट तय नहीं है। जैसे ही रूट फाइनल हो जाएगा, दर्शन व्यवस्था के विषय में उसी अनुरूप तैयारियां होंगी।
कलेक्टर आशीष सिंह ने भी विगत दिनों मंदिर के अंदर और बाहर का दौरा किया था और सुझाव भी मांगे थे। इसके अनुसार आगामी पर्व पर तैयारियां होंगी। बताया जा रहा है कि स्लॉट संख्या बढ़ाई जा सकती है, इसे लेकर भी अभी स्थिति स्पष्ट नहीं है।
अभी 8 स्लॉट में 28 हजार दर्शनार्थी करते हैं दर्शन
प्राप्त जानकारी के अनुसार अभी 8 स्लॉट में 28 हजार दर्शनार्थी सुबह से रात तक दर्शन करते हैं। एक स्लॉट में 3500 दर्शनार्थी आते हैं। कलेक्टर ने दौरे में बताया था कि शिवरात्रि पर स्लॉट की संख्या बढ़ाएंगे। यदि इस पर अमल हुआ तो 24 घंटे के हिसाब से स्लॉट बनाने की कवायद शुरू होगी, क्योंकि 11 मार्च से लेकर 12 मार्च की रात 10 बजे तक लगातार दर्शन चलेंगे, सिर्फ 12 मार्च को भस्म आरती के दौरान 4 घंटे मंदिर बंद रहेगा।
डेढ़ लाख दर्शनार्थियों के आने की संभावना
हर बार लाखों दर्शनार्थियों के कारण व्यवस्था भी उसी अनुसार की जाती थी, लेकिन इस बार कोरोना के फिर से बढ़ते प्रभाव को देखते हुए अनुमान लगाया जा रहा है कि सवा से डेढ़ लाख दर्शनार्थी ही महाशिवरात्रि पर्व पर आ सकते हैं। दर्शन की व्यवस्था भी चलायमान रहेगी। प्रशासन द्वारा इस बार बिना पूर्व रजिस्ट्रेशन के किसी को इंट्री नहीं दी जाएगी। ऐसे में वीवीआईपी और बेकडोर से इंट्री लेने वालों को थोड़ी परेशानी होगी। साथ ही जो स्लॉट में टाइम दिया जाएगा, उसी में आना होगा, इसके बाद आने पर प्रवेश नहीं दिया जाएगा।